Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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संवादात्मक कृतिओ
८१३
अणखीआं अने गयघटां
अज्ञातकर्तृक ले.स. १७मु शतक (अनु.); हाथ कागळ पत्र लु'; ३४.२४१ ०.८ से.मि.
अगखी
पद्य. ६. प्र.सं./६३९८
गयघटां
पद्य ६. प्र.सं./६३९९
परि /६६ १९/२ ले.स. १७मु शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र १ थी २; २४:२४१०.८ से.मि.
परि./६६१९/३
संवादात्मक कृतिओ
भुवनकीर्ति
काया जीव संवाद ले.स. १८९ शतक (अनु); हाथकागळ पत्र २जु; २५.३४११ से.मि. पद्य ८.
कर्ता--वि.स. १८ मां थयेला बनेमांधी कोण मे नक्की थतु नथी. (जै. गू. क. भा. २, पृ. १३४; ५७४). प्र.स./६४००
परि./३५०३/५ यशोविजय उपा. (त.)
समुद्र वहाण संवाद ले.स. १९मु शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र १६; २५.८४११.४ से.मि.
- कर्ता-तपगच्छमां नयविजयना शिष्य छे. अमनो समय वि.स . १८ मी सदीना छे.
(ज. गू क. भा. २, पृ. २०). लालचंद वैये प्रति लखी. प्र.सं./६४०१
परि /४ ८२७
लावण्यसमय
१-करसंवाद र.स. १५७५, ले.स. १७९ शतक (अनु); हाथकागळ पत्र २ थी ४; २६.२४११.३ से.मि. पद्य ६६.
___ कर्ता-तपगच्छमां सोमसुंदरसूरिनी परंपरामां समयरत्नना शिष्य छे. अमना समय .. वि.स. १६ मी सदीना मध्य भागनो छे. (जै. गू. क. भा. १.१.६८). रचना सातीनगरमां
थई छे. प्र.स./६४०२
परि./२९१६/२ २-करसंवाद र स. १५७४, ले.स. १८९ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र २; २३.७४
१०.४ से.मि. पद्य ६९. प्र.स./६४०३
परि./६१४७
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