Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 807
________________ ७९४ जकडी ले. सं. १५७४; हाथकागळ पत्र २१८मुं; २७४११-७ से.मि. पद्य ४. प्र.स ं./६२५१ जकडी ले. स. १८ शतक (अनु.); हाथ कागळ पत्र ३जु; पद्य ७. प्र.स ं./६२५२ झीलणा-झुलणा धनप्रभ १ - - नेमिनाथ झीलगा ले.स. १६मुं शतक (अनु.); हाथका गळ पत्र ४८; २४४९.९ से.मि. पद्य ९. कर्ता --- मात्र नामनिर्देश मळे छे. (१.९). धनप्रभ प्र. स ं./६२५३ परि./८६०१/५३ २ -- नेमिनाथ झोलणु ले.स. १७ सतक (अनु.) ; हाथ कागळ पत्र ४ थी ५: २६.४४ ११.१ से.मि. प्र.सं./६२५४ परि./८२८५/१२ झीलगा धवल Jain Education International परि./८४६०/१०८ २५.३×११ से.मि. परि. / ६४६७/५ आनंदप्रमोद (त. ) . शांतिनाथ धवल ( नवरस सागर) २.सं. १५९१ ले.स. १८मुं शतक (अनु.); हाथका मळ पत्र १८, २६४११ से. मि. ग्रंथाग्र ५००. तूटक. कर्ता - तपगच्छमां चरण प्रमोदनी परंपरामां हर्षप्रमोदना शिष्य छे. अममो समय वि.सं. १६मी सदीनो छे. (जै. गु. क. भा. ३, खं. १, पृ. ६०२ ) परंतु अहीं र.सं. मात्र काणु आ प्रतिमां छे. रचना पाटणमां थई पत्रो १ थी ३ नथी. प्र.स ं./६२५५ परि./४५१३ नेमिनाथ हिडोल धवल ले. स. १७ शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र ५मुं: २६.४९११.१ से.मि. पद्य ११. प्र.सं./६२५६ परि./८२०५/१३ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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