Book Title: Catalogue of Gujarati Manuscripts
Author(s): Punyavijay
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 788
________________ कान्ह कवि. अंबा छंद ले सं. १७६८; हाथकागळ पत्र १ थी २: २१.५४११.७ से.मि. पद्य ३५. __कर्ता--औदिच्य ब्राह्मण, पिता हीरो, अमरावतीनो वतनी अने अमदावादना राणिप भावी वसेलो (गू. हा. प्र. सं. या. पृ. १७). आ रचनाओ नेांधायेली नथी. विजयरत्न मुनिले प्रति लखी. प्र.स./६१०० परि./२७३४/१ १--नारसिंहवीर छंद ले.स. १•मु शतक (अनु.); हाथकागळ पत्र ७ थी ९मु; २५४ १२.३ से.मि. पय २८, प्र.स./६१०१ परि /७५७६/३ २ नारसिंहवीर छंद ले.स. १७६८; हाथकाळ पत्र ४ थी ५; २१.५४११.५ से.मि. प्र.स./६१०२ परि./२७३४/४ गोडी पार्श्वनाथ नाम छंद ले.स. १७६८; हाथकागळ पत्र ७ थी ९; २१.५४११.७ से.मि. पद्य ९. प्र.स./६१०३ परि./२७३४/७ भुवनेश्वरी छंद ले.सं. १७६८: हाथकागळ पत्र ६थी: ७, २१.५४११.७ से.मि. पद्य २१. सं./६१०४ परि./२७३४/६. १ भाणिभद्र नरसिंघ छंद ले,स. १९मु शतक (अनु.); हाथवागळ पत्र ४थु; २५.७x ११.२ से.मि. . प्र.स/६१०५ परि./६२०५/१५ २ माणिभद्रवीर छंद ले.स. १७६८; हाथकागळ पत्र ५ थी ६; २१.५४११.७ से.मि. पद्य- १७. प्र.स./६१०६ . .. परि./२७३४/५ कांतिविजय १-अभिका छद. ले.स. १८२०; हाथकागळ पत्र १ थी ३; २६.३४११.७ से.मि. कर्ता--मात्र नामनिर्देश छे. प्र.स./६.१०७ परि./०९१५/ २-अविका छद लेक. १७९६; हाथकागल पक्ष, ४, २०x१०.७ से:मि, पद्य. २४. , तिलकविजये प्रति लखेली छे. प्र.सं./६१०८ . .परि:/८१५१ गोजीरो छ द ले,स. १९मुशतक (अनु.); हाथकागळ पत्र १थी ३; २५४१२.३ से.मि: पद्य ९. प्र.सं./६१०९ परि./७५७६/१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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