________________ 196] [बहत्कल्पसूत्र सूत्र 7-10,13, वस्त्र-ग्रहण के कल्प्याकल्प्य का, 11-12 गुप्तांग पावरक वस्त्रों के कल्प्याकल्प्य का, . 14-15 दीक्षा-समय ग्रहण करने के कल्पनीय उपकरणों का, 18-20 दीक्षापर्याय के क्रम से वन्दन आदि का, गृहस्थ के घर बैठने या वार्तालाप आदि के कल्प्याकल्प्य का, 24-27 शय्या-संस्तारक सम्बन्धी विधियों का, 28-32 नये आये साधुओं को पूर्वाज्ञा में ठहरने का, सेना के पड़ाव वाले ग्रामादि से भिक्षा लाने का, उपाश्रय से गमनागमन के क्षेत्रावग्रह का, इत्यादि विभिन्न विषयों का वर्णन है। 21-23 34 // तीसरा उद्देशक समाप्त // Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org