Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Ovaiyam Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 231
________________ ५६६ ७०, ७२, १४७, १४६ कम्मय [ कर्मक] जी० १११५, ५६, ६४, ७४, ७६, ८, २ ५,६३,१०१,११६,१२८, १३०,१३५ कम्मया [ कर्मजा ] रा० ६७५ कम्मविस्सा | कर्म] ओ० ४४ कम्मसरीर [कर्मशरीर] ओर १७६. जी० ३।१२६६ कम्मसरीरि [ कर्मशरीरिन् ] जी० ६।१८१ कम्मार [ दे० | जी० ३ ११८,११६ कम्मारय | दे० ] जी० ३३६१० कम्हा [ कस्मात् ] ओ० १७१. रा० ७०३. जी० ३।७२३ कय [कृत ] ओ० २,२०,५२, ५३, ५७,६२,६३,७०, ६२. १० १५,१३१, १४७, १४८५, २८०, ६८३, ६८५,६८७ से ६८६,६६२,७००,७१०,७१६, ७२३,७२६,७५१,७५३, ७६५, ७७४,७६४, ८०२,८०५. जी० ३१३०१,४४६ कय [ कच ] ओळ ६३. रा० १२,२६१,२६३ से २६,३००,३०५,३१२,३५५. जी० ३३४५७ से ४६२,४६५,४७०,४७७, ५१६,५२०,५५४ कब [ कदम्ब ] जी० ३३३८८ कयपडिकिरिया | कृतप्रतिक्रिया ] ओ० ४० कयर [ कतर ] ओ० १८५ से १८० रा० ६६७. जी ० १ १४३, ३ | १००७, १०२०,१०२१, १०३७४११६,२२,२५,५१६,२०,२६, २७, ३२ से ३६,६०; ७/२२, २३, ६७, १४,५५, २५० से २५२,२५५, २६२ कलिधरग [ कदलीगृह ] रा० १८२,१८३. जी० ३।२६४ कली [कदली ] जी० ३।५६७ कयवर | कचवर ] जी० ३१६२२ कया [ कदr] जी० ३२७२ sars [ कदाचित् ] ओ० ११६. ० ६८०. जी० ३१५६ कयाई [ कदाचित् ] रा० ७५४ Jain Education International कम्मय-करयल कथाति [ कदाचित् ] रा० २०० काrि [ कदापि कदाचित् ] जी० ३।७०२ कर | कर ] ओ० १५. जी० ३१५८६, ५६७ / कर [ कृ] - करावेति रा० ७७४- करिस्सइ रा० ७७१- करिस्सति रा० ८०३ करिस्सामि रा० ७८७. करिस्सामो ओ० ५२. रा० ६८७. - करेइ. ओ० २१. रा० ५६. जी० ३।४६१. - करेंति. ओ० ४७. रा० १०. जी० ११२७ करेज्ज. जी० ३१६६७. करेज्जा. ओ० १८०, ग० १२. करेति. रा० ८. जी० ३।४४३. करेमि रा० ७६४. करेस्संति.रा० ८०२. करेह. रा० ६ - करेहि. ओ० ५५. ० ६६५. - करेहिति. ओ० १४४. -- करेहिति ओ० १५४. रा० ८१६. कारवेति रा० १२. कारवेह. रा० ६. कारवेहि ओ० ५५. काहिति ओ० १४४. - कीर. ओ० १५४. रा० ७६७ करंड [करण्डक ] ओ० ११७. रा० ७६६ करकंट | करकण्ट | ओ० ६६ करग [करक ] जी० ३१५८७ करड [वरट ] रा० ७७ करडी [करटी ] जी० ३।५८८ करण | करण ] ओ० १६, २५.४६, ६३, १४४, १४५, १६१, १६३. २० ७६, १७३,६८६,८०२,८०३, ८०५. जी० ३२८५,५६६,८५४ करणओ [करणतस् ] ओ० १४५. रा० ८०६,८०७ करणया | करणता ] ओ० १७१ करणिज्ज | करणीय] रा० ११,५६,२७५,२७६. जी० ३।४४१, ४४२ करतल [ करतल ] रा० २४. जी० ३।२७७, ४४५, ४४६,४४८, ४५८ से ४६२, ४६५, ४७०, ४७७, ५१६,५२०,५५४, ५५५ करभरवित्ति [करभरवृत्ति ] रा० ६७१,७०३, ७१८, ७५०, ७५१ कर [ करक ] जी० १६५ करयल [ करतल] ओ० १५, २०, २१, ५३, ५४,५६, For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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