Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Ovaiyam Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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६६६
नोपज्जत [नोपर्याप्तक ] जी० ६८८६४ नोपरित [ नोपरीत ] जी० ६२७५ नोबायर [ नोबादर | जी० ६६५,६८ से १०० नोभवसिद्धय | नोभवसिद्धिक ] जी० ६ १०६ नोसण्णा | नोसंज्ञा ] जी० १११३२
नोसण्णि [नोसंज्ञिन् ] जी० ११०६, १३३ ६ १०१, १०४,१०८
नोहम [नोसुक्ष्म ] जी० ९ ६५.६८ से १०० (प)
पट्टा | प्रतिष्ठा ] ओ० १६.२१,५४ पट्ठाण [ प्रतिष्ठान ] ओ० १६८. रा० १३०, १३१, १४७, १४८, १६०,२८० जी० ३२६४, ३०१,३२१
पद्विय [ प्रतिष्ठित ] ओ० १६५८१,२. जी० ३।१०५७ से १०६४
पइण्णा [ प्रतिज्ञा ] ओ० १४२, १४४. रा० ७४८ से ७५०,७५२,७५४,७५६, ७५८, ७६०, ७६२,
७६४,७७३, ८००, ८०२
भय [ प्रतिभय ] ओ० ४६
पइरक्खिया | पतिरक्षिता] ओ० ६२ परिक्क [ दे० ] जी० ३१५६४ पइसेज्जा [ पतिशय्या ] ओ० ६२ पईव | प्रदीप ] रा० ७७२
•पउंज [ प्र + ग्रुज् ] - पउंजइ. रा० ६७१.
V
- परंजति ओ० ६८. रा० २८२. जी० ३।४४८
परंजमाण [ प्रयुञ्जान ] ओ०६४ पउंजियव्व | प्रयोक्तव्य ] रा० ७७६ पट्ट [ प्रकोष्ठ ] ओ० १६. जी० ३३५६६ पडत [ प्रयुत ] जी० ३८४१
पउम [ पद्म ] ओ० १२,१६,१५० रा० २३,१३१, १३८, १४७, १४८, १६७, २७६,२८०,२८८, ८११. जी० ३।२५६,२६६,२६१,३०१,४४६, ४५४,५६७,५८,६४२, ६४३, ६५२ से ६५४, ६५७,६५८, ८२६, ८४१,६३७
पउमगंध | पद्मगन्ध | जी० ३।६३१
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नोपज्जत्तग-पएसघण
पउमजाल [ पद्मजाल] रा० १६१. जी० ३।२६५ पउमद्दह [ पद्मद्रह ] जी० ३१४४५ पउमपत्त [ पद्मपत्र ] रा० २४. जी० ३।२७७ पमपम्हगोर [ पद्मपक्ष्मगौर | ओ० ५१, जी० ३१०६४
पउमप्पभा [ पद्मप्रभा ] जी० ३१६८३ पउमरुक्ख [ पद्मरूक्ष ] जी० ३३८२६
पउमलया [ पद्मलता | ओ० ११,१३. रा० १७,१८, २०,३२,३४,३७,१२६, १४५, १८६. जी० ३२६८,२७७,२८८, ३००,३०८, ३११,३१८, ३३७,३५६, ३७२.३६०, ३६६, ५८४,६०४ पउमलयापविभत्ति | पद्मलताप्रविभक्ति ] रा० १०१ पउमवण [ पद्मवन} जी० ३३८२६ भवरवेइया | पद्मव रवेदिका ] रा० १७४, १६ से १६८,२००, २०१, २३३, २६३. जी० ३२१७, २५६,२६४ से २७०, २७२, २७३, ३६२,३६५,६३२,६३९,६६१,६६८, ६७८, ६८३, ६८, ७०६, ७३६, ७५४, ७६२७६६, ८५७
पउमवरवेदिया [ पद्मवरवेदिका ] जी० ३।२१७,
२६३, २६६, २८६.२६८,७६८,८१२,८२३, ८३६८५०८८२,६११
पउमसंड [ पद्मपण्ड ] जी० ३१८२६ पउमा [पद्मा ] जी० ३।६८३,६२० पउमासण | पद्मासन ] स० १८१,१८३. जी०
३२६३, २६६,३७१
पउमुत्तर [ पद्मोत्तर | जी० ३१६०१ उप्पल [ पद्मोत्पल ] रा० ८११
पर [ प्रचुर ] ओ० १,१४,४६, ७४,१४१. रा० ६७१,७६६
उसिया' [ कुसिका ] ओ० ७०
एस | प्रदेश ] ओ० १६५ १०. रा० ४०, १३२, १५४. जी० १२५, ३३; ३।३०२, ३६८,५७१, ७१५,८०८,८१६ पएसघण [ प्रदेशधन | ओ० १६५/३ १. वउतियाहि [ राय० सू० ५०४ ]
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