Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Ovaiyam Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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विहिय- वे उव्वियनमुग्धात
वियि [विदित] ओ० १५. २१० ६७२ विय [वित | जी० ३१५८०
विहण | विहीन ] जी० ३।२१८,३६० atsain | अतिकान्त | ओ० १४३, १४४. !
रा० ८०२
वोवइत्ता [ व्यतिव्रज्य | ओ० १६२. रा० १२६. जी० ३३६३८
वीवयवाण [ व्यतित्रजत् ] रा० १०,१२,२७६. जी० ३२४४५
atra [ afच ] ओ० ४६. जी० ३१२५६ वीचिट्ट | वीचिपट्ट ] जी० ३१५६७ बीजेमाण [वीजयत् ] ० ३४१७ वीरगाह [ वीणाग्राह] ओ० ६४ वीणा [] रा ० ७७,१७३. जी० ३।२८५ सोग [ वीतशोक] जी० ३ ! ६२७ वीतिवता [ पतिव्रज्य ] जी० ३।७३६ वीतितत्ता [ व्यतिव्रज्य ] जी० ३।३५१ वीति [ वि + अति + व्रज् ] - वीतिवईसु. जी० ३३८४० - वोतिवइस्सति. जी० ३१८४० --- वोतियएज्जा. जी० ३८६ - वीतिवयंति जी० ३३८४०
वोतिवयमाण [ व्यतित्रजत् ] रा० ५६. जी० ३१८६, १७६,१७,१८०, १-२
atatasत्ता | व्यतित्रज्य } २१० १२६ वीषि [ वीथि ] ० ३३३५५
वीरवलय [ वीरवलय ] ओ० ६३ वीरासणिय [ वीरासनिक | ओ० ३६ बोरिय] [ वीर्य ] ओ० ७१,८६ से ९५, ११४,११७,
१५५,१५७ से १६०,१६२, १६७. रा० ६१. जी० ३३५८६
aff | वीर्यलब्धि ] ओ० ११६ वीवाह | विवाह ] ० ३ १६१४
/ वीसंद [ वि + स्यन्द् ] - बीदनि जी० ३।५८६ वोदित [ विस्यन्दित ] जी० ३८७२ वोसत्य | विश्वस्त ] ओ० १ areer [ftaar ] जी० ३।५८६ से ५६५
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वीसाएमाण [ विस्वादयत् ] रा० ७६५, ८०२ वीसादणिज्ज | त्रिश्वादनीय ] जी० ३३६०२, ८६०,
८६६,८७२,८७८
वीहि । व्रीहि] जी० ३६२१
वीहि [ वीथि | जी० ३।२६८,३१८ वीहिया | वीथिका ] ओ० ५५. रा० २८१. जी० ३१४४७
७३६
वीस | विशति ] जी० ३११३६ बुग्गामाण | व्युद्ग्राहयत् ] ओ० १५५,१६०
√ बुच्च [ वच् ] –वुच्चद ओ० ८६. रा० १२३. जी० ३।२३६ - वुच्चति जी० ३१५८ -- वुच्चति रा० १२३. जी० ३।२३६ वुडुसावग [ वृद्धश्रावक ] ओ० ६३ वृद्धि [ वृद्धि ] जी० ३७८१,७८२,८४१ वृत्त | उक्त ] ओ० ५६. १० १०, १२, १४, १८,
६०,६३,६४,७४, २७६, ६५५, ६८१,७०१, ७०३,७०७,७२५,७ε२. जी० ३।४४५,५५५ वृप्पाएमाण [ गुसादयत् ] ओ० १५५, १६० वह [ व्यूह ] ओ० १४६. रा० ८०६ as [ व्येजित ] रा० १७३. जी० ६२८५ इतर [ वेदिकापुटान्तर] रा० १९७ aashee [finiफलक ] रा० १६७ बेइया | वेदिका ] रा० १७, १८, २०,३२,१२६, १६७. जी० ३१३७२, ६०४, ७२३, ७७६, ७७७, ७७६,६१०
[वेदिकाबाहु ] रा० १९७
defore | विकारिन् ] ओ० ५१ वेध्विजं [ विकर्तुम् ] रा० १८
वेजव्वि [ वैक्रिय ] रा० २७६,२८० जी० ११८२, ६३, ११६,१३५; ३ । १२६१४,४४५, ८४२ सासरीर [वैक्रियकमिश्रकशरीर ] ओ० १७६
देउग्विलद्धि [वैक्रियधि] प्रो० ११६ artoon [वैवसमुद्घात ] जी० ३।१११२,१११३
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