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भगवती सूत्र शः
उ: ९
प्रश्न १७३ - से केणट्ठेणं ?
उत्तर १७३ - गोयमा ! चउरिंदियाणं सुभासुभा य पोम्गला सुभाऽसुभे पोग्गलपरिणामे । से तेणट्ठेणं एवं जाव... मणुस्साणं ।
वाणमंतर - जोइस-वेमाणिया जहा असुरकुमारा ।
Q. 172. Bhante ! Are the four-organ beings dark or bright ?
A. 172. Gautama! They are bright ; also they are dark.
Q. 173. Why so ?
A. 173. Gautama! The four-organ beings are made with auspicious as well as with inauspicious matter; they transform into auspicious as well as into inauspicious matter. It is for this so, till human beings,
[ on time-sense ]
Vāṇavyantaras, Jyotiskas and Vaimānikas are similar to the Asurakumāras.
प्रश्न १७४ - अत्थि णं भंते !
णेरइयाणं तत्थगयाणं एवं पण्णायए तं
जहा - समया इ वा आवलिया इ वा जाव... उस्सप्पिणी इ वा ओसप्पिणी इ वा ?
उत्तर १७४ - णो इणट्ठे समट्ठे ।
प्रश्न १७५ - से केणट्ठेणं जाव... समया इ वा आवलिया इ वा उस्सप्पिणी इ वा ओसप्पिणी इ वा ?
उत्तर १७५-गोयमा ! इहं तेसिं माणं इहं तेसिं पमाणं इहं तेसिं एवं पण्णायए तं जहा – समया इ वा जाव... ओसप्पिणी इ वा । से तेणट्ठेणं जाव... णो एवं पण्णायए तं जहां- समया इ वा जाव... उस्सप्पिणी इ वा एवं जाव... पंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं ।