Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 02
Author(s): K C Lalwani
Publisher: Jain Bhawan Publication

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Page 273
________________ भगवती सूत्र शः ६ उ: ३ karma enshrouding pleasure excepted. The first four bind karma enshrouding pleasure, but one with supreme knowledge sometimes binds it and sometimes does not bind. 256 Q. 41. Does one with mati ignorance bind karma enshrouding knowledge? Does one with śruta ignorance bind ? Does one with vivanga ignorance bind ? A. 41. Gautama ! They bind seven types of karma, karma binding life-span excepted. As to karma binding life-span, sometimes they bind and sometimes they do not. प्रश्न ४२ - णाणावर णिज्जं किं मणजोगी बंधइ वयजोगी बंधइ कायजोगी बंधइ अजोगी बंधइ ? उत्तर ४२ - गोयमा ! हेट्ठिल्ला तिष्णि भयणाए । अजोगी ण बंधइ । एवं वेयणिज्जवज्जाओ । वेयणिज्जं हेट्ठिल्ला बंधंति । अजोगी ण बंधइ । प्रश्न ४३ - णाणावरणिज्जं किं सागारोवउत्ते बंधइ अणागरोवउत्ते बंधइ ? उत्तर ४३ - गोयमा ! अट्ठसु वि भयणाए । प्रश्न ४४ - णाणावरणिज्जं किं आहारए बंधइ अणाहारए बंघइ ? उत्तर ४४ - गोयमा ! दो वि भयणाए । एवं वेयणिज्जा - उयवज्जाणं छण्हं वैयणिज्जं आहारए बंघइ अणाहारए भयणाए । आउए आहारए भयणाए अणाहारए ण बंघइ । प्रश्न ४५ - णाणावरणिज्जं कि सुहुमे बंधइ बायरे बंधइ णोसुहुम - णोबायरे बंध ? उत्तर ४५ - गोयमा ! सुहुमे बंधइ बायरे भयणाए । गोसुहुम-णोबायरे ण बंघइ । एवं आउयवज्जाओ सत्त वि आउए । सुहुमे बायरे भयणाए त्ति । गोहुम-णोबारे ण बंधइ ।

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