Book Title: Yahi Hai Jindgi
Author(s): Bhadraguptasuri
Publisher: Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba

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Page 267
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यही है जिंदगी २४९ - इस कार्य-कारणभाव को अपने पूर्ण ज्ञान के आलोक में देखनेवाले करुणावंत परमात्मा ने दुनिया को बताया कि 'तुम्हारी हर क्रिया का फल मिलनेवाला है। बुरे काम मत करो, बुरे वचन मत बोलो, बुरे विचार मत करो...।' - इस दुनिया के दुःखी जीवों के दुःख देखकर, दुःख के कारणों का विचार करना चाहिए और अपने जीवन को निष्पाप बनाना चाहिए | जीवन को गुणमय और धर्ममय बनाना चाहिए। - ऐसा यदि करते हैं तो हम तत्त्वज्ञानी हैं, अन्यथा मूर्ख ही हैं। For Private And Personal Use Only

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