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॥ ॐ नमः ॥
सहजात्म स्वरूप परम गुरु श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम हम्पी (दक्षिण भारत )
युगप्रधान श्री सहजानंदघनजी
यो.
जैनों, शैवों और वैष्णवों का प्राचीन तीर्थधाम यह हम्पी मैसूर राज्य (कर्णाटक) के बेल्लारी जिले में 'गुंटकल हुबली' रेलवे लाइन के होस्पेट स्टेशन से 7.25 मिल (12 कि.मी.) दूर पूर्वोत्तर कोने में बसा हुआ है। आवागमन हेतु एस. टी. बस सर्विस की पर्याप्त सुविधा है। हरियाली भरा प्रदेश और ऐतिहासिक पुरातत्त्व सामग्री विश्व समस्त के यात्रियों को यहाँ खींचकर ले आते हैं।
आज से प्राय: 11,86,493 वर्ष पूर्व, जब बीसवें तीर्थंकर भगवान श्री मुनिसुव्रतस्वामी इस भरत क्षेत्र में ज्ञानगंगा बहाकर भव्य कमलों को विकसित करते थे, तब उनके अनुयायी वर्ग में विद्याधर भी अच्छी संख्या में सम्मिलित थे। उस विद्याधर वर्ग के विद्यासिद्ध राजाओं में से रामायण प्रसिद्ध बाली सुग्रीव जहाँ राज्य करते थे और उनकी राजधानी जो किष्किंधा नगरी ( वानर द्वीप) कहलाती थी, वही यह विद्याधर भूमि ।
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