Book Title: Trishashti Shalaka Purushcharitam Mahakavya
Author(s): Hemchandracharya, Subodhchandra Nanalal Shah
Publisher: Gangabai Jain Charitable Trust Mumbai

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Page 406
________________ यातेषु गौतमसुधर्मनन्द्रवर्ज । मोक्षश्रियं गणधry नवस्वथोच्चैः ॥ स्वामी सुरासुरनभश्वर सेव्यमान । पादो जगाम भगवान्नगरं मपापाम् ॥ ४४० ॥ ॥ इत्याचार्य श्री हेमचन्द्रसूरिविरचिते त्रिषष्टिशला कापुरुषचरिते महाकाव्ये दशमपर्वणि भाविकुमारपालदेव चरिताभयप्रव्रज्या - कूणिक चरितो- दायिराज्य- श्रीमहावीर के बलिविहारवर्णनो नाम द्वादशः सर्गः ॥ द्वादश: सगः ( ዘ ረ

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