Book Title: Trishashti Shalaka Purushcharitam Mahakavya Author(s): Hemchandracharya, Subodhchandra Nanalal Shah Publisher: Gangabai Jain Charitable Trust Mumbai View full book textPrevious | NextPage 434________________ शुद्धिपत्र | पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् शुद्धिपत्रकम् शुदम् गर्गीयम पंक्तिः 00 ग्रीष्म मार्गे क्रद्धः अशा चौत अम्यतु आशा चोत्त क्षाम्यतु तीर्थ' अशुद्धम् शुद्धम् माग 'क्षगाभूत्रवास भोभून्नति 'लाढा 'लावा 'लाटा 'लाटा "पणान् पेणान कुंडाके 'दगुरुः "भृस्त्र 'भृन्यत्र चकम्पे जगास्त्रा' जगत्त्रा दात्यापि दास्यामि बेदय" वेदाशय बालु काः बालुका नाम्रा नाम्ना 'भ्यधान भ्यधात् २व्य ३न्य "यीक 300. प्रभो - वत्सा यिक प्रभौ वत्स इतो *मखो मेखोLoading...Page Navigation1 ... 432 433 434 435 436 437 438 439