Book Title: Shatrunjay Tirthmala Ras
Author(s): Nirnaysagar Press
Publisher: Nirnaysagar Press

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Page 47
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ( ४४ ) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अवतार |||||| आगल पांव वंदीयें ए, पांच रह्या कासग्ग || नमो० ॥ कुंता माता शैौपदी ए, गुणम पिनां ते वग्ग ॥ नमो० ॥ एए ॥ खरतर वसहीनो बा रीयें ए, पहेतु शांतिनवन्न || नमो ॥ बहुतेर जिनचुं वंदीयें ए, चोवीश वहा त्रन्न ॥ नमो० ॥ १० ॥ पासें पासजिनेसरु ए, बेठा भुवन मजार || नमो० ॥ चो वीवो एक तेहमां ए, साधुमुझ दोय धार ॥ नमो० ॥ ११ ॥ तेहमां नंदिसर थापना ए, बावन जिन परि वार || नमो० ॥ अवधि प्राशातना टालीने ए, बिंब योगस्यासी जुहार ॥ नमो० ॥ १२ ॥ एकजिन घरमां थापीया ए, सीमंधर जिनराय || नमो० ॥ प्रतिमा चारचं वंदीयें ए, परिणति शुद्ध ठहराय ॥ नमो० ॥ ॥ १३ ॥ त्रण जिनरायचं जुवनमां ए. बेठा श्रीश्रजित जिणंद ॥ नमो० ॥ पासें मात चक्केसरी ए, अष्टनूजा ते मंद ॥ नमो० ॥ १४ ॥ चौमुख त्रणले तेहनी ए, प्रतिमा वंदो बार || नमो० ॥ रायणतले चनपादिका ए, तिहां एक पडिमा सार ॥ नमो० ॥ १५ ॥ गण धर पाडुका वंदीयें ए, चउदसयां बावन्न ॥ नमो० ॥ पासें बे देहरी दीपती ए, कीधी धन्यते जन्न ॥ नमो० ॥ १६ ॥ शाहेमचंद शिखरे कीयो ए, जिनमंदिर सु For Private and Personal Use Only

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