Book Title: Shatrunjay Tirthmala Ras
Author(s): Nirnaysagar Press
Publisher: Nirnaysagar Press

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Page 66
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (६३) ६ बीजा सर्व तीर्य तथा अढीवीपने विषे जेटला जीव सिदिपाम्या तेथी पण घणा जीवो था तीरथने विषे सिदिने पाम्याने माटे श्रीसिम शेखर नाम. ___७ सर्व तीर्थोथको तथा सर्व पर्वतो थकी ए पर्वत प्रसि डे माटे एनुं सिपर्वत एवं नाम जाणवो. ___ घणा राजा केवलज्ञान पामी ए तीर्थने विषे सिहि पाम्या माटे एनुं सिह राज एवं नाम जाणवू. ए श्री बाहुवल कृषीश्वरें कानस्सग्ग कस्यो माटे एनुं (बाहुबत्ति के०) बाहुबलि एवं नाम जाए. १० श्री पन देवनी माता मरुदेवाजीनी टुंक ए तीर्थ उपर माटे एy(मरुदेवो के०) मरुदेव नाम. ११ ए तीरथनी रक्षा करवा सारूं इंश्ना कहेवा यकी सगरचक्रवर्ति, समुनी खाइ लाव्या तेथी एर्नु (नगीरहो के०) नगीरथ एवं नाम जाणवू. १२ ए पर्वतनी पडवाडे सहस्त्र कूट माटे एनुं (सहस्तपत्त के० ) सहस्त्र पत्र एवं नाम जाणवू. १३ ए पर्वतनी पनवाडे सेवंत्रानी टुंक ने माटे एनुं (सयवत्तो के०) सयवत्तो एवं नाम जाणवू. १४ ए पर्वतनी पुंते एकशो बाउ कूट अथवा शि खर डे माटे एर्नु अष्टोतरशत कूट एवं नाम जाणवू. For Private and Personal Use Only

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