Book Title: Shadbhashachandrika
Author(s): Kamlashankar Pranshankar
Publisher: Rajkiya Granthamaladhikar Mumbai

Previous | Next

Page 517
________________ Appendix of Nipâtas Alphabetically arranged. अ अउज्झहरो - रहस्यभेदी १७४ अकोप्पो - अपराधः १७३ अक्कंतो- वृद्धः १७८ विप्र " अग्ग हिओ - १. विरचितः ; २. गृहीतः १८१ अग्गिआयो - इन्द्रगोपः १७५ अग्गुच्छं - प्रमितम् १८० अंकिअं- आलिङ्गितम् १७९ अच्छिवडणं - निमीलनम् १७३-४ अच्छिवि अच्छी- परस्पराकृष्टिः १६५ अच्छिहरुलो-द्वेष्यः १६४ अच्छुद्धसिरी-मनोरथाधिकफलप्राप्तिः १७४ १७२ अजडो - जारः अजमो - ऋजुः १७२ अणो- आर्तज्ञः १६७ अडअणा - पुंश्चली १६४ अणडो - जार: १७२ अणुदिव - दिन मुखम् १७१ - २ अणुसूआ - आसन्नप्रसवा १६९ अण्णं - १. आरोपितम् ; २. खण्डितम् १८३ अण्णइओ - सर्वार्थतृप्तः १६६ अण्णासअं - आस्तृतम् १८२ अत्तिहरी - दूती १७२ अथक्कं - अकाण्डम् १७१ अद्दुमाअं-पूर्णम् १८० अन्तरिजं - १. रशना; २. कटिसूत्रम् अणरहू-नववधूः १७० अणहवणअं - भसितम् १८२ अणुझिअओ - १. प्रयतः २ परिजा अवसणं - स्रुतम् १८१ गरितः १८० अवहट्ठो - दर्पितः १७९ अवहोओ- विरहः १७३ अवाडिओ - वञ्चितः १८४ अविणअवई - जारः १७२ अविहिओ - मत्तः १८१ Jain Education International १६६ अपंडिअं- अनष्टम् १८२ अपिटं - पुनरुक्तम् १८२ अपुण्णं - आक्रान्तम् १७६ अप्पुणं - पूर्णम् १८० अबुद्ध सिरी - मनोरथाधिकफलग्राप्तिः १७४ अमओ - असुरः १७० अम्मच्छं-असंबद्धम् १७६ अम्हत्तो - प्रमृष्टः १७८ अयुजरेव ई- अचिरयुवति: १७० अरणी - सरणी १७२ अलवलवस हो - धूर्तवृषभः १६६ अहिलो - भ्रमरः १६४ अवगळो - आक्रान्तः १८३ अवडा हिअं - उत्कृष्टम् १८३ अवडुल्लिअं - कूपादिनिपतितम् १६६ अवरिज्जं - अद्वैतम् १६५ अव्वा - अम्बा १७१ अस्संगिअं- आसक्तम् १७९ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646