Book Title: Shadbhashachandrika
Author(s): Kamlashankar Pranshankar
Publisher: Rajkiya Granthamaladhikar Mumbai

Previous | Next

Page 632
________________ ADDENDA AND CORRIGENDA, 213 गिहे 260 253 ___ 14 डेस: उसः 19 परस्य मो परस्यामो 254 3 पिच्छिले पिश्चिले 13 प्रशस्ते पशस्ते 14 शस्य' शस्प 15 गिहो 17 ३।३।३७ ।। ३।२।३७॥ 19 Correct-घओ। गझे । पन्ने। धणजए। 255 (not 355) 7 After भस्थे । add भट्टारकः 11 पार्थवाहः सार्थवाहा 256 3 येस्कन्दे सेस्कन्दे 257 13 रामात् रामातु 23 डकारा दकारा 258 19 Correct-यो ल्पो हृदये ___ 13 टाप्रत्यये क्त्वाप्रत्यये 23 हस्त हस्य 262 13 कार्ट काठं 264 19 रावाँ रावो 20 ङसि, ङस् जसि, जस् 265 3,4,6,7,8 ङसि, ङसो, ङस जसि, जसो, जस 17 ३।५।५॥ 19 रामे रामें 3 राम ॥ 5 Correct-- 6 हु, रामहु हू, रामहू 14. Read म्हस्य म्भ एव । " 20 वासुः बासु 268 19 Correct-न्यथासौं 2 Correct हो जस आमत्रणे 7 कइओ 8 कईओ 24 Correct-अपभ्रंशेचः 2702 Correct-विधानादृकार' , 12-13 , -हो जस आमन्त्रणे , 17 Strike off जाआ and जाई 2735 ३।३।५३ ॥ ३।३।५२ 266 राम 267 269 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646