Book Title: Shadbhashachandrika
Author(s): Kamlashankar Pranshankar
Publisher: Rajkiya Granthamaladhikar Mumbai
________________
210
ADDENDA AND CORRIGENDA.
14
कुटुंबि
1,2
174
" जहणूसुअं 20 कुटुंबि 21 °स्थापकयोः ।
"स्थासकयोः 22 Trivikrama has इद्दग्गिधूमो
, , पिउच्छा 22 दोबुरो
दोंबुरो 176 11 Trivikrama has महाळय' 179
,, ऊसम्मिश्र 180
, पज्जत्तरं 184 3
, उच्चल्लो 185 18 २।४। ६९ ॥
२।४ । ७०॥ 186 1,7 २।४।३८ ॥ and २४ । ३९ ॥ २ । ४ । ३९ ॥ and २।४। ४० ।। __ 17 हुति
हुन्ति 18720 तुमौ
तु मौ 1888 Correct-मोममु मस्महिङ्क
, 17 Read हुअम for होअम and strike off one हुइम , 18, 19 Correct-हुजमो, हुज्जामो, हुज्जेमो for होज्जमो, होज्जामो
and होजमो 190 18 होहिद्धा
होहित्था 3,4 सर्
मम् 13 तुंतव्य
तुम्तव्य 195 ___16 अर
अक् 18 Correct-धो दह श्रदः 21 पुरुषादयोपि
रुषादयोपि 196 __ 1 तूष
तूसइ
पूज 17 आर उ:
अरः 23 Correct-वोल्लणिरिणास' 197 3 परिणिसइ
णिरिणास 199 16 २।४। ५०॥
२।४। ५१॥ 201
3 से 202 17 दुञ्
दृङ् 203 9 छोरित्
छो रित् 205 17 णिमाणइ 209 19 णिका
लिहक्का 216 ll Correct-'द्यय्यर्या जः' इति यस्य जः
, 13 Correct-निपूर्वस्य
3
पू
णिम्माणइ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646