Book Title: Saral Prakrit Vyakaran
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Prachya Bharati Prakashan

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Page 4
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषयानुक्रम भूमिका पहला पाठ - वर्णमाला ( १२ ) दूसरा पाठ - प्राकृत भाषा के सामान्य नियम (२-१३ ) w तीसरा पाठ - सन्धियाँ, परिभाषा एवं भेद-प्रभेद - आदि (१३ - २१) चौथा पाठ - कृदन्त ( २१ - २६ ) १ वर्तमान कालिक कृदन्त भेद-प्रभेद आदि २ भूतकालिक कृदन्त ३ भविष्यत् ४ सम्बन्ध सूचक भूत कृदन्त. ५ हेत्वर्थक ६ विध्यर्थक कृदन्त ७ शीलधर्म ( कर्तृ ) वाचक कृदन्त पाँचवाँ पाठ-तद्धित - प्रकरण (३०-३५ ) १ अपत्यार्थक २ तुलनात्मक ३ मत्वर्थीय ४ भावात्मक ५ इदमार्थक ६ सादृश्यार्थक ७ भवार्थक ८ आवृत्यार्थक ९ कालार्थक १० परिमाणार्थक ११ विभक्त्यर्थ १२ स्वार्थिक छठवाँ पाठ - स्त्री - प्रत्यय, नियम आदि ( ३५-४० ) सातवाँ पाठ - कारक एवं विभक्तियाँ, (४० - ४६ ) - कारक एवं विभक्ति में अन्तर तथा अन्य नियम - कारकों की संख्या तथा सोदाहरण परिभाषाएँ For Private and Personal Use Only i-iii १३ २२ २४ २६ २८ २६ WWW mr m ० ३० Ov mmmmmr mr x ३२ ३४ ३५ ३५ ४१ ४३

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