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राजकुमारी चन्दनबाला
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चम्पानगरी के रामा दधिवाहन एवं महारानी धारणी की पुत्री राजकुमारी वसुमती राजभवन के उद्यान में रात को देखे अपने स्वप्न को याद कर चिन्तामग्न बैठी थी। उसे चिन्तित देख एक दासी महारानी के पास गयी। यह सुन महारानी एवं महाराज उद्यान में।
वसुमती के पास आए। महारानी जी! राजकुमारी उद्यान में उदास सी बैठी हैं।
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CHAILASSAGARSURIGYANMANDIR
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