Book Title: Rajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Author(s): Premsinh Rathod
Publisher: Rajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
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न. भा. नवयुवक परिषद् एकादश अधिवेशन भ. भा. नवयुवक परिषद् के निमित्त प्राप्त शुभ सन्देश वकास के चौखटे में : परिषद् की तस्वीर 'मधुकर" मधुमय जीवन कर दो (कविता) पार्थना (कविता) नात्म शुद्धि गीत (कविता) संगल गीत (कविता) 1. भा. राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् T. भा. राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के उद्देश्य रिषद् की उपलब्धियां राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् का उद्गम एवं विस्तार परिषद् की समाज में आवश्यकता परिषद् कान्ति का शंखनाद समाज में परिषद् का आर्थिक योगदान परिषद् क्यों? रे मान मत कर (कविता) परिषद् की चौखट से परिषद् : उद्भव, प्रेरणा, प्रगति परिषद् की उपादेयता परिषद् शाखाएं आचार्य श्री यतीन्द्र और परिषद् परिषद के अधिवेशन परिषद् कार्य समिति की बैठक केन्द्रीय अधिवेशन प्रतियोगिताएँ : एक रपट शाश्वत धर्म परिषद् के चार उद्देश्य यज्ञ का घोड़ा हमें गन्तव्य पर पहुंचना है जैन दर्शन : वार्तालाप ग्रन्थ प्रकाशन के सहयोगी दानदाता
प्रति मुद्रण श्री कल्याण विजयजी केन्द्रीय कार्यालय निर्मल सकलेचा म नि लक्ष्मण विजय 'शीतल' महेन्द्र भंडारी 'शलम' डॉ. शोभनाथ पाठक मुनि लेखेन्द्र शेखर विजय कांतिलाल जैन सौभाग्यमल सेठिया भंवरलाल छाजेड़ जुगराज के. जैन डॉ. प्रेमसिंह राठोड़ शान्तिलाल सुराणा बालचन्द जैन मांगीलाल बुरड़ सुरेन्द्र लोढ़ा हस्ति सी. कर्नावट सुजानमल जैन केन्द्रीय कार्यालय सुजानमल सोनी कार्यालय द्वारा
नलिनकुमार संघवी सुरेन्द्र लोढ़ा शाश्वत धर्म से साभार भंवरलाल नांदेचा फकीरचन्द जैन चन्द्रकान्ता भंडारी
सप्तम खण्ड : गुजराती
मुनि जयन्तविजयजी 'मधुकर'
परम योगी श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरिजी महाराज स्वावलम्बननी प्रेरणामूर्ति पू. गुरुदेवनी स्मृतिथी सर्जन श्रेयमार्गी श्राविका अने आदर्श आराधिका-सुलसा जैन धर्मना प्रचार माटे नाटक-कलानो उपयोग श्री जिनागम अने जैन साहित्य द्वादशार नयचक्र : एक चिन्तन जय श्री स्थंमन पार्श्वनाथ : एक परिचय भगवान महावीरे चौधेलोमूल मार्ग कर्मवादनी सामान्य रूपरेखा
कीतिलाल वोरा पूनमचन्द दोशी मुनि शीलचन्द्र विजयजी कपूरचन्द वारेया मुनि विक्रम सूरीश्वरजी
संकलन मुनि अमरेन्द्र विजयजी खूबचन्द पारेख
वी. नि. सं. २५०३
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