Book Title: Prakarana Ratnakar Part 4
Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek
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सप्ततिकानामा षष्ठ कर्मग्रंथ. ६
G१५ के उपशांतमोह गुणगणे अहावीश, चोवीश अने एकवीश, ए त्रण सत्तास्थानक होय. ए पूर्वली पेरें जावा.
हवे एनो संवेध कहे . मिथ्यात्वे बावीशर्नु एकज बंधस्थानक बे. तिहां सात, थाउ, नव अने दश, ए चार उदयस्थानक . तेमध्ये सातने उदयें एकज अहावीशनी सत्ता होय, अने बीजा त्रण उदयें अहावीश, सत्तावीश अने बबीश, ए त्रण त्रण सत्ता प्रत्येके होय. एवं मिथ्यात्वं सर्व थर दश सत्तास्थानक होय.
तथा सास्वादने एकवीशना बंधस्थानकें सात, थाप अने नव, ए त्रण उदयस्थानकने विषे प्रत्येके अहावीशनी सत्ता होय. एम त्रण सत्तास्थानक होय. ___ तथा मिों सत्तरनो बंध , तिहां सात, थाउ, नव, ए त्रण उदयस्थानकें प्रत्येकें अहावीश, सत्तावीश अने चोवीश, ए त्रण सत्ता गणतां नव सत्तास्थानक होय. __ अविरतियें सत्तरनो बंध , तिहां ब, सात, आठ अने नव, ए चार उदयस्थानक होय. तिहां बने उदयें थहावीश, चोवीश अने एकवीश, ए त्रण सत्तास्थानक होय, तथा सात अने श्राउ, ए बे उदय प्रत्येकें अहावीश, चोवीश, त्रेवीश, बावीश अने एकवीश, ए पांच पांच सत्तास्थानक होय, तथा नवने उदयें एकवीश विना बाकीनां चार सत्तास्थानक होय. एवं शरवाले सत्तर सत्तास्थानक होय.
देशविरतियें तेरनो बंध जे, तिहां पांच, ब, सात अने आउ, ए चार उदयस्थानक होय. तिहां पांचने जदयें अहावीश, चोवीश अने एकवीश, ए त्रण सत्ता होय. तथा बने उदयें अहावीश, चोवीश, त्रेवीश, बावीश अने एकवीश, ए पांच सत्ता. तेमज सातने उदय पण एज पांच सत्तानां स्थानक होय, तथा धाउने उदयें एकवीश विना शेष चार सत्ता होय. एम सर्व थर सत्तर सत्तानां स्थानक होय.
प्रमत्तें नवनो बंध, तिहां चार, पांच, ब अने सात, ए चार उदयस्थानक होय, तिहां चारने उदयें अहावीश, चोवीश अने एकवीश, ए त्रण सत्ता होय; पांच अने बने उदयें अहावीश, चोवीश त्रेवीश, बावीश अने एकवीश, ए पांच सत्ता प्रत्येकें होय; अने सातने उदयें एकवीश विना चार सत्ता होय. एम सर्व थर सत्तर सत्तास्थानक होय. तेवीज रीतें अप्रमत्ते पण एज सत्तर सत्तास्थानक जाणवां. - तथा अपूर्वकरणे नवनो बंध , तिहां चार, पांच अने ब, ए त्रणे उदयस्थानकें प्रत्येके अहावीश, चोवीश अने एकवीश, ए त्रण सत्ता गणतां नव सत्ता होय.
अनिवृत्तियें पांच, चार, त्रण, बे अने एक, ए पांच बंधस्थानक होय. तिहां पांचने बंधे, बेने उदयें, श्रहावीश, चोवीश, एकवीश, तेर, बार अने अगीआर, ए ड सत्तास्थानक होय. तथा चारने बंधे, एकने उदयें, अहावीश, चोवीश, एकवीश, अगीश्रार
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