Book Title: Paap Padal Pariharo Author(s): Prashantvallabhvijay Publisher: Divya Darshan Trust View full book textPage 4
________________ अई श्री मनिसवत स्वामिजिनविम्ब प्रतिष्ठित लपान नयागरए समार ४०० सापसमुदायाधिपति आचार्य श्री जय पोष लब्धिकांन प्रशासबल्लभ विजयादियुत:कारितच दिलीप महदभाइराम 'परिबारेण... वि.सं.२०६२ बैशाख वाद-२ शुभं भवतु। गच्छाधिपति जैनाचार्य श्री विजय प्रेम-भुवन भानुमरिपड्यात सरिभिपन्यास पयसेन जयसोम-हरिकाल-सूर्यकांत रविकास। पनि भना-एनःशाईल परधपिकी पौत्र-राज-पधी मुणाल आदि। भी संETAनशनका पतिता महोत्सद लोनावला શ્રી મુનિસુવ્રતસ્વામી ભગવાના ગોલ્ડ વેલી, તુંગારલી-લોનાવલા ein Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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