Book Title: Ovavaiya Suttam
Author(s): N G Suru
Publisher: N G Suru

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Page 41
________________ Sut 38-] औपपातिकसूत्रम् गामियत्ताए भविस्सइत्ति कट्ट बहवे उग्गा उग्गपुत्ता भोगा भोगपुत्ता एवं दुपडोयारेणं राइण्णा [ क्वचित्-इक्खागा नाया कोरव्वा ] खत्तिया माहणा भडा जोहा पसत्यारो मल्लई लेच्छई लेच्छईपुत्ता अण्णे य बहवे राईसरतलवरमाइंबियकोडुबियइब्भसेठिसेणावइसत्थवाहप्पभितयो अप्पेगइया 5 वंदणवत्तियं अप्पेगइया पूयणवत्तियं एवं सकारवत्तियं सम्माणवत्तियं दंसणवत्तियं कोऊहलंवत्तियं अप्पेगइया अटुविणिच्छयहेउं अस्सुयाइं सुणेस्सामो सुयाई निस्संकियाई करिस्सामो अप्पेगइया अठाई हेऊइं कारणाइं वागरणाई पुच्छिस्सामो अप्पेगइया सबओ समंता मुंडे भवित्ता 10 अगाराओ अणगारियं पव्वइस्सामो, पंचाणुव्वइयं सत्तासक्खावइयं दुवालसविहं गिहिधम्म पडिवज्जिस्सामो, अप्पेगइया जिणभत्तिरागेणं अप्पेगइया जीयमेयंति कट्ट व्हाया कयबलिकम्मा कयकोउयमंगलपायच्छित्ता [कचितउच्छोलणपधोया ] सिरसा कंठे मालकडी आविद्धमणि- 15 मुवण्णा कप्पियहारद्वहारतिसरपालंबपलबमाणकार्डसुतसुकयसोहाभरणा पवरवत्थपारीहया [वाचनान्तरे-जाणगया जुग्गगया गिल्लिगया थिल्लिगया पवहणगया] चंदणोलित्तगायसरीरा, अप्पेगइया हयगया एवं गयगया रहगया सिबियागया संदमाणियागया अप्पेगइया पायविहारचारणं 20 पुरिसवग्गुरापरिक्खित्ता [क्वचित्-वग्गावग्गिं गुम्मागुम्मिा महया उकिसीहणायबोलकलकलरवेणं पक्खुभियमहासमुहरवभूयं पिव करेमाणा [क्वचित्-पायदद्दरेण भूमिं कंपेमाणा १L स्सईति. २ Noted in L & Com. ३ B सिछि. ४ A पभितिओ तिया. ५ L°हल्ल.६ L notes सव्वत्ताए.७ – मुंडा. ८ A कोऊय, ९ Noted in L & Com, १० B मालाकडा ११ A तिसरय. १२ B A सत्तय. १३ Noted in L & Com., who notes it after हयगया. १४ BL सिविया. १५ B,A, 'चारिणो। १६ Noted in L & Com. १७ A कठि.

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