Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten Author(s): Rajnish Prakash Publisher: Vidya Vihar View full book textPage 7
________________ कुछ प्रकार के कीट अनाज के भडार मे, चाहे वह छोटा हो या बडा, अपना निवास स्थान बनाते हैं। गेहूँ में लगनेवाला कीट 'घुन' कहलाता है। चावल में लगनेवाला कीट ‘सुरसुरी' कहलाता है। इसी प्रकार चने में लगनेवाला कीट 'इल्ली' कहलाता है, जो इन सबसे अलग है। RINEW ORD A कीट अपने बच्चों की सुरक्षा का स्थान खूब जानते है कीटो की सख्या जब सत्तर से अस्सी लाख मानी जाती है तो निश्चित ही यह कठिनतम काम होगा कि आप इनके अडो को गिन सके। इनकी सख्या तो करोडो-अरबो मे हो सकती है। फिर भी यह आश्चर्यजनक है कि कीट अपने अडो को बचाए रखने के अनेक उपाय जानते हैं और अपने अडो को बचाए रखने में वे सफल भी होते हैं। ANG Swa h WARNIJAal S unt 6 D कीट पतगों को आश्चर्यजनक बातेंPage Navigation
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