Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten Author(s): Rajnish Prakash Publisher: Vidya Vihar View full book textPage 6
________________ + - - प्रा कीटो का निवास स्थान सब-जगह है। अधे सफेद ‘झींगुर' गहरी गुफाओ मे मिलते हैं। स्प्रिंग टेल नामक कीडे हिम-प्रदेश तक मे मिलते हैं। हिमीप्रदेशों मे ये. सूर्य-किरणो को सोखकर जीवित रहते हैं। RTI अनेक कीट झरनो के पास रहना पसद करते हैं। मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल पचमढी मे एक सुदर स्थान है-'बी फाल' । यहाँ मधुमक्खियों के छत्ते बर्डी मंत्री में - हैं, इसलिए इस पर्यटन-स्थल को 'बी फाल' यानी मधुमक्खियो के निवासवाला झरना ही कहा जाता है। कुछ कीट तालाबो मे रहते हैं। अनेक प्रकार के कीट पौधो के तनो को अपना आवास बनाते हैं। कई कीट जन्म लेने के बाद एक-दो फुट भी ऊँचा नहीं उडते, जबकि अनेक प्रकार के कीट आकाश में उडते हैं। शल्क कीटो की यह विशेषता होती है कि वे अपना स्थान नही बदलते, यहाँ तक कि वे बहुत कम हिलते-डुलते हैं। -RIES ARESULT LAN NE JO कई प्रकार के कीट कालीनो और गद्दियो जैसे स्थानो को अपना निवास-स्थान बनाते हैं। इनमे 'खटमल' प्रसिद्ध हैं। कई प्रकार के कीटो को कुरसिया आदि प्रिय होती हैं। ये वहाँ छिपकर रहते है। कीट-पतगों को आश्चर्यजनक बातें 05Page Navigation
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