Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten
Author(s): Rajnish Prakash
Publisher: Vidya Vihar

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Page 12
________________ भन् पानी के कीट नहीं है, फिर भी ... कुछ कीट पानी के कीट न होकर भी पानी मे अपने अडे देते हैं। इनमें मच्छर आदि अनेक प्रकार के कीट आते हैं। मादा क्यूलेक्स मच्छर मैथुन क्रिया के पश्चात अडे देती है। अडे देने के लिए उसे स्थिर जल की आवश्यकता होती है। इस कारण वह अपने अडे छोटे-मोटे गड्ढो, जहाँ पानी का ठहराव हो, मे देना ठीक समझती है। इसके अलावा कीट तालाब, पोखर, नाली, गटर, यहाँ तक कि पानी से भरे बरतन में भी अपने अडे देते हैं। CASunita 26 इनके अडो की सख्या 300 तक होती है। ये अडे एक-एक करके दिए जाते हैं। वे अपने अडो को अपनी पिछली टॉग से मिलाकर एक कर देती हैं, जिसे हम 'अडो का बेडा' कहते हैं। ये अडे 24 से 72 घटो में मच्छरो को जन्म दे देते हैं। पानी के कीट पानी मे अपने अंडे किस प्रकार देते है ? तीतरी नामक कीट पानी के ऊपर ही अपने अडे देते हैं। मादा तीतरी अडे देने के लिए पानी के नीचे भी जाती है। पानी के 'मत्कुण' नामक कीट पानी में अडे देते हैं। इन अडो की रक्षा नर करते हैं। कीट-पतगों की आश्चर्यजनक बातें 011

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