Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten
Author(s): Rajnish Prakash
Publisher: Vidya Vihar

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Page 53
________________ चीटियो मे चलन चीटियां अपनी सुंचने की शक्ति के आधार पर चलती है। वे एक-दूसरी का पीछा करती हुई चलती है किमी रेलगाड़ी के डिब्बो के समान । इनकी चाल को भेडिया घसानी चाल कहने में जरा भी मत हिचकिए। यदि अगली चींटी रुकावट के कारण ही अपना मार्ग बदलती है तो दूसरी भी बदलेगी, ठीक भेड के समान-एक कुए में गिरती है, तो दूसरी भी गिरेगी। RE कीटो के ससार मे एक आश्चर्यजनक कीट . मकडी माठियोगा मन जितमा आश्चर्यजना उमसे अधिक मकड़ियाँ गः जारी || माडियों के समान तबा-चौड़ा जात और अन्य कोई दीया ।इनी आठ टांग और आठ आंगनी ।। Ifmain - भोग्न तताराती aririnान बन I P माamririmari anr rti mant

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