Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten
Author(s): Rajnish Prakash
Publisher: Vidya Vihar

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Page 54
________________ एक प्रकार का तेल पैदा होता है, जो उसे इस चिपचिपे धागे मे फॅसने नही देता । और इस प्रकार मकडी सुरक्षित रहती है और वह स्वय अपने जाल मे नहीं फँसती। HALL uli मकडियाँ अपना जाल कीटो को फंसाने के लिए ही बनाती हैं। इसके तार वायु में आने के बाद मजबूत हो जाते हैं। मादा मकडियाँ अपने नर को मैथुन क्रिया के बाद मार डालती है और खा जाती हैं। M ITY -/4 कोट पतगों को आश्चयजनक याते 0531

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