Book Title: Keet Patango ki Ascharyajanak Baten
Author(s): Rajnish Prakash
Publisher: Vidya Vihar

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Page 37
________________ छडी के समान दिखाई देते हैं। इनमे से कुछ तो एक-एक फुट लबे होते हैं। कुछ कीट पत्तियो के समान दिखाई देते हैं तो कुछ फूलो के समान । फूलो पर बैठी तितली का आभास तब होता है, जब वह उडती है, अन्यथा सामान्य रूप से तो हम उसे फूल का ही एक अग मान बैठते हैं। PAS H ind4 आप औजार लेकर काम करते हैं। कीटो के औजार सदा उनके साथ ही रहते हैं। इनसे वे बिल बनाते हैं, मिट्टी खोद लेते हैं, वृक्षो का छाल या कोटर में छेद कर लेते हैं और अपने शिकार को पकडकर उसकी चीर-फाड तक कर लेते हैं। जो कीट होकर भी उड लेते हैं, उनके शरीर मे हवा भरनेवाली नन्ही-नन्ही थैलियाँ होती हैं। इन्हे 'स्किन ड्राइवर' कहा जाता है। इन्हीं के आधार पर आज गोताखोर मनुष्य पानी के अदर जाते हैं तथा 'स्किन ड्राइवर' कहलाते हैं। आपने छिपकली को छत पर उलटा चलते हुए देखा होगा, परतु आप यह जानकर आश्चर्य करेंगे कि मक्खी भी छत पर आसानी से वैसे ही चल लेती है। मधुमक्खियो की टाँगो पर प्राकृतिक कये और ब्रश लगे होते हैं, जिनकी सहायता से वे मोम को विभिन्न आकृतियो में बदलती हैं। 360ट पता को आश्चर्यजनक बातें।

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