________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रागीओ गुरुनी पूजा भक्ति करे तेथी तेओना आत्मानी शुद्धि थाय के. श्री घंटाकर्ण महावीर ए जैनशासन देव छ. शांतिस्नात्रमा अष्टोचरी स्नात्रमा अने प्रतिष्ठा विधिमां श्री घंटाकर्ण वीरनी स्थाली यंत्रवाळी मंत्रीने वेदिका उपर स्थापवामां आवे छे. श्री सकलचंद्रजी उपाध्यायजीए प्रतिष्ठा विधिनी संस्कारित योजना करी छे. शांतिस्नात्र अने अष्टोत्तरी स्नात्र विधिनी योजना पण तेमना वखतमां तथा जगद्गुरु तपागच्छ गगनभानु समान श्री हीरविजयजीना बखतमां थएली छे अने ते रखते आचार्योए जैनशासन देवता तरीके श्री घंटाकर्ण महावीरनी प्रसिद्धि करी के अने ते परंपरा आज सुधी तपागच्छमां चाली आवे छे. श्री महुडी (मधुपुरी) गाममां शासन यक्ष तरीके श्री पद्मप्रभु जिनेश्वर देवनी आगळ एक देरी करी श्री घंटाकर्ण महावीरनी मूर्तिनी अमोए प्रतिष्ठा करी छे. ते शासनयक्षनो चमत्कार प्रभावक सर्वत्र विस्तार पाम्यो छे. घंटाकर्ण कल्प वाचपाथी तेमनो प्रभाव समजाशे. जेटला शासन देवो अने देवीओ छे तेओ समकित धारी छे तेओ साघर्मिक बंधु तरीके छे. गृहस्थ श्रावको जैनो तेमनी शासन प्रभावक साधर्मिक तरीके सेवा भक्ति करे छ अने तेथी शासनयक्ष देवो, गृहस्थ जैनोने धर्म साधतां संकट पडे छे ते काले सहाय करे छे. अमोए गृहस्थ जैनोने साधर्मिक देव तरीके तेमनी पूजा भणाववानो तेमनी मूर्ति आगळ अधिकार छे एवं जाणी तेओ माटे पूजा रची छे के जेथी जैनो पोते, मिथ्यात्वी देवो भने देवी
For Private And Personal Use Only