Book Title: Karm Vignan Part 03 Author(s): Devendramuni Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay View full book textPage 8
________________ ___ आप अनेक सेवाभावी सामाजिक संस्थाओं के उच्च पदों पर आसीन हैं । दक्षिण केसरी मुनिश्री मिश्रीलाल जी महाराज होम्योपैथिक मेडिकल कालेज, गुरु गणेश नगर, औरंगाबाद के आप सेक्रेटरी हैं । ___ सन् 1988 में श्रद्धेय उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि जी महाराज एवं आचार्य श्री देवेन्द्र मुनि जी महाराज अहमदनगर वर्षावास सम्पन्न कर औरंगाबाद पधारे, तब आपका आचार्य श्री से सम्पर्क हुआ । आचार्य श्री के साहित्य के प्रति आपकी विशेष अभिरुचि जाग्रत हुई । कर्म-विज्ञान पुस्तक के प्रकाशन में आपश्री ने विशिष्ट अनुदान प्रदान किया है । तदर्थ. संस्था आपकी आभारी रहेगी । आपके व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं : Alloy Castings Parason Enterprises .. Parason Machinary (India) Pvt. Ltd. Sunmoon Sleeves Pvt. Ltd. Aurangabad (M. S.) . . -चुन्नीलाल धर्मावत कोषाध्यक्ष श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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