Book Title: Jain Vrat Vidhi Sangraha Author(s): Labdhisuri Publisher: Jain Sangh Madras View full book textPage 5
________________ * ***** वाघ *** 不长出米米米米米米米米米米米米米 अनुक्रमणिकाः१प्रवज्या ( दोक्षा ) विधि ... २ बडो दीक्षा विधि ३: तोचारण विधि ( ब्रह्मचर्यादि व्रत उच्चारण विधि) - द्वादशवत विधि ५ सम्यक्त्व आरोपण विधि ... तीर्थमाल पहेराववानी विधि ... ७ बार मासे काउस्सग करवानो विधि लोच विधि ९ उपधान विधि ... . श्री लब्धिमरीश्वर-जैन ग्रन्थमाळाना छपाता अन्धोःप्रारंभसिद्धि-श्रीउदयप्रभदेवसूरीश्वरविरचित संस्कृत टीका साथे हीरप्रश्नोत्तराशि-श्रीकीर्तिविजयगणिसमुचित * * * ****Page Navigation
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