Book Title: Jain Dhatu Pratima Lekh Part 1
Author(s): Kantisagar
Publisher: Jindattsuri Gyanbhandar
View full book text
________________
५६
जैन धातु प्रतिमा लेख
(२५२) सम्वत् १५४७ वर्षे माघ सुदि १३ रवी श्रीमालज्ञातीय पु० माल भा०पुरी सु०हांसाकेन भा० रुपाई भ्रात प. मामू भा०कवाई सुतपुजादि. कुटुम्बयुतेन श्रीकुन्थुनाथविम्यं का प्र. तपापक्षि श्रीलक्ष्मीसागरसूरिपट्टे अंसुमतिमाधुमूरिभिः ।
(२५३) सम्बत् १५४६ वर्षे वैषाख सुदि २ दिने श्रीश्रीमालज्ञा० म० कान्हा भा० मानू सु० वरसिंग टूढा मांडग लाइण पितृमातृश्रेयार्थ श्रासम्भवनाथबिम्ब का० श्रीपूर्णिमापो श्रीसाधुसुन्दरसूरिपट्टे श्रीदेवसुन्दरसूरिभिः प्रति० नगुदा वास्तव्य ।
(५४) सम्बत् १५४६ वर्ष फागुण सुदि २ दिने श्रीमंडपदूर्गवास्तव्य श्रा० बहुआ नासा श्रीपाल श्रावकेन श्रोकुन्थुनाथविम्ब कम निमितं कारित शुभंभवतु श्री !
सम्वत् १५५० वर्षे आषाढ़ वदि ८ शुक्रे उपकेशज्ञातौ श्रेष्ठिगोत्रे म० मवीर पुत्र म० सुरकरण आहडदेव्या पूर्ववजश्रेयसे श्रीअजितनाविम्ब कारित उपकेशगच्छे ककुदाचार्यपन्तान श्रीदेवगुप्तसूरिभिः ।
(२५६) सम्वत् १५५१ वर्ष महासुदि २ रवा उपकेशज्ञातीय नघणागोत्र सा दल्हा भार्या भरमादे पुत्र सा० भोपा गिमलदे पुत्र जिणदत्तश्रेयसे श्रीकुन्थुनाथविम्ब कारितं प्रतिष्ठितं उपकेशगच्छे देवगुप्त रिभिःरतिष्टितं ।
२५२. गोड़ी पार्श्वनाथमन्दिर पायधुनि बम्बई २५३. प्रादिनाथ जैनमन्दिर भायखला बम्बई २५४. श्रादिनाथ जैनमन्दिर भद्रावती म.प्र. २५५. जैन मन्दिर कटंगी म०प्र० २५६. जैन मन्दिर कटंगी म०प्र०
"Aho Shrut Gyanam"

Page Navigation
1 ... 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144