Book Title: Jain Darshan me Trividh Atma ki Avdharana
Author(s): Priyalatashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP

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Page 9
________________ - अर्थ सौजन्य : श्रीमान पुखराजजी सा धर्मपत्नि श्रीमती शान्तिदेवी गुलेच्छा परिवार मोकलसर निवासी हाल बेंगलौर (कर्नाटक) श्रुत सौजन्य में लाभ लेकर, पुण्योपार्जन किया है। आपकी श्रुत सेवा स्तुत्य, सराहनीय, अनुमोदनीय है। सर्वांगीण क्षेत्र में आपने अनूठी उदारता का परिचय दिया है। जिनशासन का गौरव बढ़ाने आपने प्रशंसनीय कार्य किया है। अपनी तेजस्वी प्रतिभा से गुलेच्छा परिवार का नाम दिपाया है। - - - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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