Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 118
________________ हिन्दी-गुजराती धातुकोष १०५ नाख स. (सं. ना ; दे. इआलें 6230) नष्ट निंद स. ना. सम (निंदा सज्ञा; सं. निन्द) करना; फेंकना. गुज. नांख, नाख 2458 निंदा करना. गुज. निंद 2469 नाच अ. भव (सं. नृत् : प्रा. णच्च : दे. इआलें निंदा स. देश. निराना. गुज. नींद 2470 7583) ताल और लय के अनुसार गात्रविक्षेप निअरा स. ना. भव (नीरे अव्य; सं. निकटम् ; करना, नृत्य करना; प्रत्यक्ष-सा प्रतीत होना. प्रा णिअड, णिअल; दे. इआले 7136) निकट गुज. नाच 2459 ले जाना. तुल. गुज. ने. अव्य 2471 नाट (1) स. भव (सं. नृत् ; प्रा. णट, दे. *निकंद स. ना. सम (सं. निकन्दन) नष्ट इआलें 7583) नृत्य करना करना, संहार करना, अ. नष्ट होना. तुल. गुज. (2) अ. देश. पीछे हटना, मुकरना 2460 निकंदन संज्ञा 2472 नाठ स. भव (नष्ट विशे; सं. नश ; प्रा. णस्सू ; निकर अ. दे. 'निकल' 2473 दे. इआलें 7027 ) नष्ट करना; अ. नष्ट होना. निकल अ. भव (सं. निः + कल ; दे. इआले तुल. गुज. नालु भू. कृ. 'भाग गया' 24617478) बाहर होना या उगना; उदय होना गुज, नीकळ 2474 नाथ स. ना. भव (नाथ संज्ञा; सं. नस्ता, प्रा. णत्था; दे. इआले 7031 ) बैल आदि की नाक । निकस अ. भव (सं. निः + कस प्रा. णिक्कसू को छेदकर उसमें नाथ पहनानाः एक सूत्र में । दे. इआले 7479) निकलना. गुज. नीकस 2475 बन्ध करना. गुज. नाथ 2462 निकिया स. देश. (निका विशे; स. निक्त भू. नाद अ. दे. 'नद' 2453 कृ. प्रा. णिक्क; दे. इआले 7150) किसी नाध स. ना. भव (सं. नाधन, नद्ध विशे; नह; चीज को इस प्रकार से नोचना कि उसका प्रा. णद्ध; दे. इआले 6944 ) बैल, घोडे आदि अंश या अवयव अलग हो जाय 2476 को रस्सी या तस्मे के द्वारा सवारी, हल आदि से जोडना या बाँधना; ठानना. 2464 * निकोट स. अनु. ('बकोटना' का अनु. दे. पृ. 261, मा. हि. को-3) नाखूनों की सहायता नाप स. भव (स. ज्ञा, ज्ञाप्पू, प्रा. णप्प्, दे. सेतोडना. स. कोई चीज गढने या बनाने के उआलें 2583) किसी मानदंड के अनुसार लिए खोदना. गुज. निकोल 2477 किसी वस्तु के विस्तार, परिमाण, मात्रा का निकोस स. देश. (* निष्कोष: दे. इआले 7481) निर्धारण करना. तुल. गुज. माप 2465 दाँत निकालना; दाँत पीसना 2478 नार सं. भव (संज्ञा, प्रा. णाण संज्ञा; दे. इआलें निखर अ. भव (* नि + क्षर् ; सं. क्षर् ; दे. 5281) जानना; अनुमान करना; भाँपना. गुज. इआले 7095) निर्मल होना; परिमार्जित होना. नाण 2466 गुज. निखर 2479 नाव स. देश. किसीके अंदर कुछ गिराना, रखना; निखट अ. देश. (* खुट्ट; प्रा. खुट संज्ञा; दे. दे. 'नवा' 2467 इआले 3893 ) उपयोग में लाई जानेवाली नास अ. भव (सं. नश; प्रा. णस्स् , नास् ; दे. वस्तु का कोई काम पूरा होने से पहले ही इआले 7027) नष्ट होना, भागना. गुज. समाप्त हो जाना तुल. गुज. खूट; खूट संज्ञा नास 2468 2480 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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