Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 237
________________ २२४ हिन्दी-गुजराती धातुकोश राजस्थानी भाषा और साहित्य -मोतीराम मेनारिया, 1951 पुस्तक के प्रथम खण्ड में राजस्थानी क्रिया-रूपों की संक्षिप्त चर्चा है तथा गुजराती क्रियाओं से साम्य का निर्देश है। राजस्थानी भाषा और साहित्य -~-हीरालाल माहेश्वरी, आधुनिक, कलकत्ता; 1960 हाडौती बोली और साहित्य -कन्हैयालाल शर्मा, राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर, 1965 [पुस्तक के 'बाली खण्ड' में 'क्रियापद' नामक प्रकरण में वर्गीकृत धातुपाठ के साथ क्रियाओं की व्याकरणिक चर्चा हैं। हिन्दी और उसकी विविध बोलियाँ --दीपचन्द जैन, कैलाश तिवारी, मध्यप्रदेश ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, 1972 हिन्दी और बंगला भाषाओं का तुलनात्मक अध्ययन -संतोष जैन, शब्दाकार, दिल्ली, 1974 [चतुर्थ अध्याय में धातुओं का ऐतिहासिक तथा रूपगत वर्गीकरण दृष्टव्य है।] हिन्दी भाषा : रूप-विकास -सरनामसिंह शर्मा, चिन्मय, जयपुर, 1968 [अध्याय 11 के अंतर्गत धातुओं की वर्गीकृत सूचियाँ दी गई हैं। उदाहरण सहित व्युत्पत्तिमूलक चर्चा हुई है।] हिन्दी के विकास में अपभ्रंश का योग -नामवरसिंह, साहित्य भवन, इलाहाबाद, 1954 [पुस्तक के पृ. 136-147 के बीच क्रिया-धातुकी सोदाहरण चर्चा है ।। हिन्दी भाषा पर फारसी और अंग्रेजी का प्रभाव -मोहनलाल तिवारी, नागरी, वाराणसी, 1969 'िख' विभाग में हिन्दी में प्रयुक्त फारसी क्रियाएँ तथा अंग्रेजी संज्ञा या विशेषण के योग से बननेवाली संयुक्त क्रियाओं के उदाहरण दिए गए हैं।] हिन्दी पर फारसी का प्रभाव - अम्बिकाप्रसाद वाजपेयी, सम्मेलन, प्रयाग, 1938 हिन्दी: उद्भव, विकास और रूप -हरदेव बाहरी, किताब महज, इलाहाबाद, 1965 हिन्दी भाषा --भोलानाथ तिवारी, किताब महल, इलाहाबाद, 1966 हिन्दी भाषा का इतिहास --धीरेन्द्र वर्मा, हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, 1949 हिन्दी भाषा का उद्भव और विकास -उदयनारायण तिवारी, किताब महल, इलाहाबाद, 1961 हिन्दी भाषा का स्वरूप-विकास --अवधेश्वर, अरुण, बिहार हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, पटना, 1973 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246