Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 150
________________ हिन्दी-गुजराती धातुकोष मंड स. भव (स. मण्ड; प्रा. मंड्; दे. इआलें *मज्ज अ. दे. 'मज' (1) 3419 9741) सजाना, सँवारना. गुज. मांड ‘सजाना, मझिया स. दे. 'मॅझिया' 3420 शुरू करना' 3401 मटक अ. अनु. देश. ( मट्ट; दे. इआले मँडरा अ. ना. भव (सं. मण्डल संज्ञाः प्रा. मंडल: 9722) चलने में हाथ, आँख, भौ आदि को दे. इआले 974.) मंडलाकर चक्कर देते नाज नखरे की अदा से हिलाना; हटना. गुज. हुए उड़ना; घूमते रहना. तुल, गुज. मंडळ मटमटा 'तेजी से खुलना-बंद होना' 3421 संज्ञा 3405 मटिआ अ. दे. 'मटिया' 3422 मँडला अ. दे. 'मॅडरा' 346 मटिया अ. दे. 'मिटिया' 3423 मंद अ. ना. अर्धसम (स. मन्द विशे) मंद मठार स. भव (सं. मृष्ट विशे; प्रा. मट्ठ; दे. होना, सुस्त होना. तुल. गुज. मंद विशे इआले 10299) गोलाई लाने के लिए बरतन 3407 को मठरने से पीटना. गुज. मठार 3424 *मंदा अ. दे. 'मंद' 3408 मठोर स. दे. 'मठार' 3425 मंस स. दे. 'मनस' 3409 मठेल स. देश. हस्त-मैथुन करना 3426 . मकड़ा अ. ना. भव (मकडी संज्ञा; सं. मर्कट; मड़मड़ा अ. अनु. मरमराना 3427 प्रा. मक्कड; दे. इआले 9883) मकड़ी की मडरा अ. दे. मडरा' 3428 तरह चलना; अकडकर चलना. तुल. गज. मडला अ. दे. 'मँडरा' 3429 माकड, माकड, 'खटमल' 3410 मढ़ स. देश. (*मढ़; प्रा. मढिअ विशे; दे. मकोर स. दे. 'मरोउ' 3411 इआले 9729) ऐसी चीज जड़ना जिससे मग अ. ना. अर्धसम (सं. मग्न विशे) मगन । पूरी वस्तु ढक जायः थोपना. गुज. मढ 3430 होना; डूबना. तुल. गुज. मग्न विशे 3412 मत अ. ना. सम (मति सज्ञा) किसी विषय में मेगन अ. दे. 'मग' 3413 मच अ. दे. 'मांच' 3414 अपना मत निश्चित करना; दे. 'मात' तुल. गुज. मत संज्ञा 'राय' 3431 मचक अ. अनु. देश. (* मच्च; दे. इआले । 9769) लकडी, चमड़े आदि की चीज़ का मथ सं. सम (सं. मथ् ; प्रा. महुणित विशे; दे. इआले 9771: दूध, दही को मथानी आदि दबकर 'मचमच' आवाज़ करना, लचकना; से विलोनाः छान डालना. गुज. मथ 'छानना, स. 'मचमच' आवाज़ पैदा करना. गुज. मच प्रयत्न करना' 3132 'समाना, जमना' 3415 मनक अ. अनु. (दे. पृ. 287, मा. हि. को-4) मचमचा स. दे. 'मचक' 3416 हिलना-डोलना; दे. 'मिनक' 5433 मचल अ. अनु. देश. (अ व्यु. दे. पृ. 137, मनना अ. अनु. (दे. मृ. 288, मा. हि. को-4) . हि. दे. श.) किसी चीज़ को लेने या न देने गुजारना, गंजना. तुल. गुज. मन संज्ञा 3344 का हठ पकड़ लेना 3417 मनस स. दे. 'मनसा' 3435 *मज (1) अ. ना. अर्धसम (सं. मज्जन संज्ञा) मनसा अ. ना. सम (स. मनस संज्ञा) उत्साहित डूबना, निमज्जित होना होना: स. संकल्प करनाः संकल्प करवाना. (2) अ. दे. 'मॅज' 3418 तुल. गुज. मानस सज्ञा'मन का दुःख' 3436 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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