Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 166
________________ हिन्दी-गुजराती धातुकोश संध अ. ना. अर्धसम (स. सन्धि संज्ञा) संयुः सँवरा अ. ना. भव (साँवरा विशे; स. श्यामल; क्त होना; स. संयुक्त करना. गुज. सांध 3904 प्रा. सामल; दे. इआले 12665) श्यामल हो संधान स.ना. .सम (स. सन्धान संज्ञा) धनुष जाना. गुज. शामळु विशे 3918 पर बाण चढ़ाकर लक्ष्य करना; निशाना साधना संहार स. दे. संघर 3919 तुल. गुज. संधान संज्ञा 3905 सक अ. भव (स. शक् ; प्रा. सक्कू दे. इआले संप अ. ना. अर्धसम (स. सम्पन्न विशे) पूरा 12252) समर्थ होना संभव होना. गुज. शक होना; समाप्त होना 3906 3920 संपड अ. दे. 'सपड़' 3907 सकपका अ. अनु. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 141 संपाद स. दे. 'संपार' 3908 हि. दे. श) हिचकाना; चकित होना 3921 संपार स. अर्धसम (सं. सम् + पू दे. इआले सकत्रका अ. देश. 'सकपका' 3922 12939) पूरा करना 3909 सकस अ. देश. भयभीत होना, अड़ना 3923 संपेख स. ना. अर्धसम (सं. सम्प्रेक्षण संज्ञा) सकसका अ. दे. 'सकपका' 3924 देखना 3910 सकार स. ना. अर्धसम (स. सत्कार संज्ञा, प्रा. *संबर स. ना अर्धसम (सं. सम्बरण संज्ञा) सक्कार; दे. इआले 13108) स्वीकार करना; संवरण करना, रोकना 3911 महाजनी बोलचाल में हुंडी की मिति पूरी *संबोध स. ना. सम (सं. सम्बोधन संज्ञा) होने के एक दिन पहले हुंडी देखकर उस पर समझाना-बुझाना; बोध कराना. गुज. संबोध हस्ताक्षर करना और उत्तरदायित्व मानना 'संबोधन करना' 3912 3925 सँभल अ दे. 'संभाल' 3913 सकिल अ. भव (सं. सम + क; प्रा. संकिग्ण . विशे; दे इआले 12823) फिसलना; सिकुड़ना *संभार स. भव (स. सम् + स्मृ; प्रा. संभा जमा होना; स. जमा करना. गुज. स केल स. रिअ विशे; दे. इआले 13057) स्मरण करना 3926 गुज. संभार 3914 सँभाल स. भव (सं. सम + भः प्राः संभार: सकुच अ. भय (स. सम् + कुच् : प्रा. संकुल् ; दे. इआले 12824) संकोच करना; लज्जित दे. इआले 12961) टेकना; पालन करना होना; स. लज्जित करना. गुज. संकोच, गुज. सँभाळ 3915 संकोचा 3927 *संभ्राज अ. ना. सम (सं सम्भ्राज संज्ञा) सकुचा अ. दे. 'सकुच' 3928 पूर्णतः सुशोभित होना 3916 सकुड़ अ. दे. 'सिकुड़' 3929 संवर (1) अ. भव (स सम् + वृ; दे. इआले *सकुप अ. दे. 'सकोप' 3930 13021) सुन्दर रूप में आना; संवारा जाना *सकेत अ. देश (दे. पृ. 187, है. श. को) गुज. समार 'ठीक करना, सब्जी काटकर संकुचित होना, सिकुड़ना 3931 तैयार करना सकोड स. भव (स. सम् + कुद् प्रा. संको(2) स. भव (सं. स्मृ; प्रा. समर् ; दे. इआले डिअ विशे; दे. इआले 12833) संकुचित 13863) स्मरण करना. गुज. स्मर 3917 करना; बटोरना 3932 २० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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