Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 210
________________ ४. तत्सम धातुएँ अंग, अघ्रान, अतीत, अतुरा, अदरा-आदर+, अधिका, अधीन, अनंग, अनंद-आनंद; अनुकूल, अनुभवअनुभव; अनुमान-अनुमाप, अनुराग, अनुराध, अनुरूप, अनुसंधान, अपमान, अपहर-अपहर; अभिनंद-अभिनंद; अभिसर-अभिसर; अरंभ-आरंभ; अरंभ-आरंभ; अराध-आराध; अर्थ, अर्द, अलस-आळस, अलाप-आलाप, अलप; अलोक-आलोक; अवकल, अवगत, अवगाह, अवतर-अवतर; अवधार-अवधार; अवमान-अवमान; अवराध, अवरोध-अवरोध; अवरोह, अवलंभ-उलंघ; अवलेख, अवलेप, अवलोक-अवलोक; अवसाद, अस्वीकार - आंदोल, आकर्ष-आकर्ष, आराध-आराध; आरोप-आरोप; आरोह-आरोह; आलिंग-आलिंग इच्छ-इच्छ उग्रह, उच्चर-उच्चार; उच्छल, उतपाट, उत्तार, उत्साह, उदघट, उदय, उदास, उद्धार; उनमूल, उन्मीन, उपचार, उपधर, उपमा, उल्लंघ-उल्लंघ; उल्लास-उल्लास ऊद, ऊन कंथ, कथ-कथ; कपट-कपट; कर्ष-करख तथा करष तथा करस; कविता, कूज-कूज; कोप-काप; क्रम, क्रम्य, क्रीड-क्रीड खंड-खंड; खच-खच; खन-खण+ गद, गाँज, गुढ़, गुण, गोप-गोप; ग्रंथ, आस-प्रस; ग्रास घोर-घोर चपला, चय, चित्र, चिन्हार-चींध; चुंब, चेत-चेत+ छंद जन्म-जन्म; जप-जप; जल्प-जल्प तप-तप; तिष्ठ, तृप्ता, तोष, त्याग-त्याग; त्रस, त्रूट-त्रुट दंश-दंश; दूध, दृढ़ा, दोष, द्रव-द्रव धरस, धवब-धाळ नंद-नंद; नखिया-नखार; नट, नद, नम-नम; नर्त-नर्त, नश, निंद-निंद; निकंद, निग्रह-निग्रह; निनाद, निपात, निमज्ज, नियोज-नियोज; निरूप-निरूप; निराध-निरोध; निर्गम-निर्गम; निर्दह-दह; निर्म-निर्म; निर्वह, निवस-निवस; निवेद-निवेद; निस्तर, निहन, नीर-नीर+ पगला, पराग, परिचार, परिलेख, परीक्ष, पल्लव, पूज-पूज; प्रकटा-प्रगट; प्रज्वल-प्रजळ; प्रबोध-प्रबोध; प्रभास, प्रवेश-प्रवेश; प्रशंस-प्रशंश; प्रसव-प्रसव; प्रसार-प्रहार, प्राप-पाम; भाध, बाध-बोध; व्याप-व्याप भंड, भक्ष-भक्ष; भज-भज; भाष, भूष, भेद-भेद; भोग-भागव; भ्रम-भम तथा भरमा मंगल, मंद, मत, मथ-मथ; मनसा, मर्द-मर्द; मलिना, मल्हार, मसिया, मोद-मोद; माह, मोह तथा मो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246