Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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भनक
*भनक अ. अनु. भव (सं. भन संज्ञा, प्रा. अनुभव करना; भारी करना. तुल. गुज, भार भंकार; दे. पृ. 203, हि. दे. श.) 'भन भन' संज्ञा 3325 शब्द होना; स. बोलना. तुल. गुज. भणभणाट भरुआ (1) अ. दे. 'भरुआ' अभिमान करना संज्ञा 3311
(2) स. देश.. भ्रम में डालना 3326 भनभना स. अनु. देश. (* भन; दे. इआले भर्म अ. ना. अर्धसम (सं. भ्रम संज्ञा) भरमना.
9382) 'भन-भन' आवाज़ करना; गुजार गुज. भरमा 3327 करना; अ. 'भन भन' शब्द होना. तुल. गुज.
भर्रा अ. दे. 'भरभरा' 3328 भणको सज्ञा 3312 भबक अ. दे. 'भभक' 3313
भव अ. देश. घूमना, चक्कर खाना 3329 भभक अ. अनु. देश. (* भभ; दे. इआले
*भष स. अर्धसम (स, भा) भक्षण करना, 9388) जोर से जल उठनाः भडकना. गज. खाना. गुज. भक्ष, भख 5500
भभक; तुल. गुज. भभको संज्ञा 3514 भस अ. भव (सं. भ्रम्श ; प्रा. भस्म् ; दे. इआले भभर अ. दे. 'भरभरा' 3315
9654) तैरना; डूबना 3331 भया अ. ना. भव (स. भय संज्ञाः प्रा. भयः दे. भसक अ. दे. 'भस' 3332
पृ. 645, पा. स. म.) भयभीत होना; स. भासया अ. दे. 'भस' 3333 भयभीत करना. तुल. गुज. भय संज्ञा 3316
भहरा अ. अनु. (दे. पृ. 205,मा.हि. को.-4) यक भर स. भव (स, पृ: प्रा. भर दे. इआले
बारगी ।गर पड़ना; झोंके से फिसल पड़ना 9397) खाली बरतन आदि में कोई चीज़
3334 डालना; ढालना. गुज. भर 3317
भांज स. भव सं. भञ्ज् ; प्रा. भंज् ; दे. इआले भरक अ. देश. (दे. पृ. 155, दे. श. को.) गर्म 363) तह करना; (मुगदर आदि) घुमाना. होना 3318
गुज, भाँज 'तोड़ना' 3335 भरभरा अ. अनु. देश (*भर; दे. इआले 9405) *भाड़ स. भय (स. भण्ड; प्रा. भंड्; दे.
रोएँ खड़े होना; रेरामांच होना; घबराना 33.9 इआले 9512) बिगाड़ना; बदनाम करते *भरम अ. ना. अर्धसम (स. भ्रम संज्ञा) चलना- फिरना; अ. भटकना. गुज. भांड 3336 फिरना; धोखे में पड़कर इधर-उधर होना. भाप स. देश. (दे. पृ. 156, दे. श. को.) तुल. गुज. भम 3320
रंग-ढंग से जान लेना, ताड़ना 3337 भरमा अ. दे. 'भरम' 3321
भाँव स. भव (सं. भ्रम् ; प्रा. भाम् ; दे. इआले मररी अ. अनु. (दे. पृ. 200, मा. हि. को-4) 9677) खराद पर घुमाना; मथना 3338
भररे शब्द करते हुए गिरना; किसी पर (पल मा अ. भव (स. भा: प्रा. भा: दे. इआले पड़ना; स. गिराना 3322
9445) रुचना, फबना. गुज. भाव 3339 भरहर अ. दे. 'भहरा' 3323
भाड दे. 'भा 3343 भरहरा अ. दे. 'भहरा' 3324 भरुआ अ. ना. भव (सं. भार स ज्ञा प्रा. भार, भाग अ. ना. भव (सं. भान विशे; प्रा. भग्ग;
दे. पृ. 649, पा. स. म.) भारी होना; भार दे. इआले 9361) किसी जगह से हट जाने
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