Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 127
________________ ११. पहट किसी पूर्वपरिचित व्यक्ति को या वस्तु को पाक अ. दे. 'पक' 2740 देखकर यह जान लेना कि वह अमुक है; पाग स. देश. खाने की चीज़ को चाशनी या विवेक करना. गुज. पिछाण 2724 शीरे में कुछ समय तक डुबाकर रखना 2741 पहट (1) स. देश. ( * प्रहट्ट; दे. इआले पाछ स. भव (सं. प्र + छो; प्रा. पच्छण संज्ञाः 8899) भागने या पकड़ने के लिए दौड़ना दे. इआले 8505) खून, पछा, रस या दूध (2) स. देश. (दे. पृ. 129, दे. श. को.) निकालने के लिए छुरे आदि के हलके आघात पैना करना 2725 से प्राणी के शरीर पर या पेडपौधे पर चीरा पहन स. भव (सं. पि + नह ; दे. इआले 8198 लगाना 2742 (कपड़े आदि ) शरीर पर धारण करना. गुज. पाट स. ना. भव (सं. पट्ट संज्ञा; प्रा. पट्ट; दे. पहेर 2726 इआले 7694) किसी गड्ढे या नीची भूमि पहर (1) स. अर्धसम (सं. प्र + हर) नष्ट । को भरकर आसपास की जमीन को बराबर कर करना देना; भर देना; ढकना. तुल. गुज. पाट संज्ञा (2) स. दे. 'पहन' 2727 'तख्त' 2743 पहल अ. दे. 'पलुह' 2728 पाथ स. दे. 'थाप' गीली मिट्टी, ताज़ा गोबर पहिचान स. दे. 'पहचान' 2729 आदि को थपथपाते हुए या साँचों में ढालकर पहिन स. दे. 'पहन' 2730 छोटे छोटे पिंड बनाना; मारना-पीटना 2744 पहिर स. भव (सं. परि + द + धा; प्रा. परिह पाद अ. भव (सं. प; दे. इआले 7933) पहिर् ; दे. इआले 7835) (कपड़े आदि अपान वायु को गुदा मार्ग से बाहर निकालना; शरीर पर धारण करना. गुज. पहेर 2731 खेल में विपक्षी द्वारा अधिक दौडाया जाना. पहुँच अ. भव (सं. प्र + भूः प्रा. पभूय विशे; गुज. पाद; पदा 2745 पहुच्च ; दे. इआले 8716) एक स्थान से पाम स. दे. 'पा' 2746 चलकर दूसरे स्थान को प्राप्त होना; व्याप्त पार स. भव (सं. पृ; प्रा. पार ; दे. इआले होना. गुज. पहोंच 1732 8106) पूरा करना; तैयार करना 2747 पहुच अ. दे. 'पहुँच' 2733 *पारोक अ. देश. परोक्ष होना; अदृश्य होना. पहुत अ. दे. 'पहुँच' 2734 2748 पहेट स. दे. 'पहट' 2735 पाल स. भव (सं पृ; प्रा. पाल ; दे. इआले पाँछ स. दे. 'पोंछ' 2736 8129) भोजन वस्त्र आदि देकर बड़ा करना; पाँज स. देश. (* प्र + अँज् ; दे. इआले 8926) जीविका या मनोरंजन के लिए पशु-पक्षी लोहे, पीतल आदि की वस्तुओं को टाँका आदि को आहार आदि देकर अपने यहां देकर जोड़ना, झालना 2737 रखना. गुज. पाळ 2749 पाँतर अ. देश. गलती करना 2738 पास अ. भव (सं. प्र + नु; दे. इआले 8888) पा स. भव (सं. प्र + आप ; प्रा. पाव : दे. स्तनों में दूध उतरना, पेन्हाना 2750 इआले 8943) प्राप्त करना, समझ जाना. पिंज स. भव दे. 'पीज' 2751 गुज. पा 'पिलाना', पाम 'पाना' 2739 पिअ स. दे. 'पी' 2752 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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