Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 138
________________ १२५ हिन्दी-गुजराती धातुकोष बह अ. भव (स. वहः प्रा. वह दे; इआले. देना. गुज. वांट, वाट, 'पीसना, बाँटना' 11453) तरल पदार्थ का नीचे की ओर जाना; 3042 धारा या वहाब के साथ आगे जाना. गुज. बाँध स. (सं. बन्ध्; प्रा. बंध; दे. इआले वहे 3030 9139 ) रस्सी, जंजीर आदि से कसना; लपेबहक अ. भव (स'. व्यथू ; प्रा. वहिअ विशे; दे. टना. गुज. बाँध 3043 इआले 12164) ठीक रास्ते से हट कर गलत *बाँव स. देश. (दे. पृ. 145, दे. श. को.) रास्ते पर जाना: बढ़-बढ़ कर बोलना. गुज.. रखना 3044. वहा; स. वाह, वाहा, वा 'धोखा देना' 3031 बा स. अर्धसम (सं. व्या + दा; दे. इआले बहरा (1) अ. ना. भव (बाहर अव्यः स *बाहिर, 12191) मुँह खोलना; फैलाना 3045 प्रा. बाहिर; दे. इआले 9226) बाहर होना; बाक अ. दे. 'बक' 3046 अलग होना. तुल. गुज. बहार अव्य. 'बाहर' बाग (1) अ. ना. वि. (वाग संज्ञा; फा.) बाग (2) स. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 134, हि. में घूमना; सैर करना. तुल. गुज, बाग संज्ञा दे. श.) बहलाना 3032 (2 अ. ना. भव (सं. वाक्य संज्ञा; प्रा. बहरिया अ. दे. 'बहरा (1) 3033 वक्क; दे. इआले 11468) कहना; आक्रमण बहला स. ना. वि. (बहाल विशे; फा.) कष्ट; करना 3047 रोग, विरक्ति आदि की दशा में दुःखी या बाच (1) अ. दे. 'बच' चिन्तित को इधर-उधर की बातो में लगाकर (2) स. दे. 'बाँच' 3048 प्रसन्न, शांत या सुखी करने का प्रयत्न करना. बाछ स. भव (स.व्रश्च् ; दे. इआले 12080) गुज. बहेलाव 3034 छाँटना; जुदा करना 3049 बाज (1) अ. अर्धसम (सं. व्रज्) जाना बहस अ. ना. वि. (बहस सज्ञा; अर.) बहस (2) अ. ना. अर्धसम (स. वाद संज्ञा) __ करना, होड लगाना 3035 तर्क वितर्क करना; लड़ाई-झगड़ा करना बहार स दे. 'बहार' 3036 (3) अ. देश. कहना. किसी नाम से प्रसिद्ध होना बहिरा स. दे. 'बहरा (2)' 3037 (4) अ. दे. 'बज' 3050 . बहुर अ. भव (सं. व्या + घुट; प्रा. वाहुडिअ कृ; बाझ अ. भव (स. बन्ध्ः प्रा. बञ्झ्: दे. इआले दे. इआले 12192 ) वापस आना; फिर से 9134 तथा 9206) फँसना, उलझना. गुज, प्राप्त होना 3038 बाझ 3051 बाँक स. देश. टेढ़ा करना; अ. टेढ़ा होना. तुल. बाट स. भव (स. वृतू ; प्रा. वट्ट, वस्तू ; दे. गुज. वांकुं विशे; 'टेढ़ा' 3039 . इआले 11356 ) मोड़ना, पीसना. गुज. वाट बांच (1) स. अर्धसम (सं. वचू) पढ़ना 'पीसना' 3052 (2) अ. भव (सं. वन्छ । प्रा. वंचू : दे. बाढ़ अ. दे. 'बढ़' 353 इआले 11208) बचना. गुज. वंच 3040 बाद अ. देश. बकवाद करना; तर्क-वितर्क करना बाँछ स. ना. अर्धसम (सं. वाञ्छा संज्ञा) इच्छा 3054 करना; चुनना. गुज. वांछ 3041 बाध स. ना. सम ( स. बाधा; संज्ञा) बाधा बाँट स. भव (सं. वण्ट् ; प्रा. वंद: दे. इआले डालना: कष्ट देना, तुल. गुज. बाधा संज्ञा 11238) हिस्से करना; बहुतों को थोड़ा-थोड़ा 'मनौती' 3055 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246