________________
३५ |
वाणी की महत्ता
एक युवक सम्राट् ने प्रातःकाल के समय स्वप्न देखा कि उसके सभी दाँत गिर गये हैं । स्वप्न देखते ही सम्राट् उठ बैठा ! वह मन ही मन सोचने लगा- यह तो बड़ा अशुभ स्वप्न है । दाँत गिर जाने से तो मुंह की शोभा हो नष्ट हो जाती है । उसने उसी समय स्वप्न - विशेषज्ञों को बुलाया। दो महान् स्वप्न शास्त्र के ज्ञाता पण्डित राजसभा में उपस्थित हुए । राजा ने उनके सामने स्वप्न की बात कही ।
एक स्वप्न विशेषज्ञ ने कहा- यह स्वप्न तो बहुत ही भयंकर है, आपके दाँत गिर जाने का अर्थ है - आपका सम्पूर्ण परिवार मृत्यु के शररण हो जाय । आप अपनी आँखों से टुकुर-टुकुर देखा करेंगे और आपके परिवार के सदस्य दनादन मरते जायेंगे आप उनकी रक्षा नहीं कर सकेंगे ।
स्वप्न विशेषज्ञ की बात सुनकर सारी सभा में
६६
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org