Book Title: Bhasha Bhaskar Arthat Hindi Bhasha ka Vyakaran Author(s): Ethrington Padri Publisher: Ethrington Padri View full book textPage 6
________________ भाषाभास्कर ___ अर्थात का व्याकरण ॥ अथ प्रथम अध्याय । १ भाषा उसे कहते हैं जिसके द्वारा बोलकर मनुष्य अपने मन के बिचार का प्रकाश करता है। ____२ व्याकरण के बिन जाने शुद्ध २ बोलना वा लिखना किसी भाषा का नहीं होता। ३ उस विद्या को व्याकरण कहते हैं जिस से लोग बोलने और लिखने की रीति सीख लेते हैं । - ४ भाषा वाक्यों से बनती है वाक्य पदों से और पद अक्षरों से बनाये जाते हैं। - ५ व्याकरण में मुख्य विषय तीन हैं जो अक्षरों से पदों से और वाक्यों से सम्बन्ध रखते हैं ॥ ६ पहिला विषय वर्णविचार है जिस में अक्षरों के आकार उच्चारण और मिलने की रीति बताई जाती है ॥ - दूसरा विषय शब्दसाधन है जिस में शब्दों के भेद पवस्था और व्युत्पत्ति का वर्णन है ॥ ____८ तीसरा विषय वाक्यविन्यास हे उस में शब्दों से वाक्य बनाने - की रीति बताई जाती है ॥ प्रथम विषय-वर्णविचार । . हिन्दी भाषा जिन अक्षरों में लिखीजाती है वेदेवनागरीकहाते हैं। १० शब्दके उस खण्ड का नाम अक्षर है जिसका विभाग नहीं हो सकता __ और उसके चीन्हने के लिये जो चिन्ह बनाये गये हैं वे भी अक्षर कहाते हैं। ११ अक्षर दो प्रकार के होते हैं स्वर और व्यंजन और इन्हीं दोनों के समुदाय को वर्णमाला कहते हैं । Scanned by CamScannerPage Navigation
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