Book Title: Bhagwan Mahavir ki Parampara evam Samsamayik Sandarbh
Author(s): Trilokchandra Kothari, Sudip Jain
Publisher: Trilok Ucchastariya Adhyayan evam Anusandhan Samsthan

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ पृष्ठ-संख्या क्रम-संख्या विषय जैसवाल पल्लीवाल नरसिंहपुरा ओसवाल लमेचू हुंबड या हूमड गोलापूर्व गोलालारे गोलसिंघारे (गोलश्रृंगार) पद्मावती-पोरवाल 125 125 126 127 127 128 129 129 129 130 130 चित्तौड़ा नागदा बरैया खरौआ-मिठौआ रायकवाल मेवाड़ा चरनागरे कठनेरा श्रीमाल बीसवीं शताब्दी निर्ग्रन्ध-साधुओं की शताब्दी आदिसागर अंकलीकर आदिसागर भोसेकर आदिसागर भोज आचार्य पायसागर जी महाराज आचार्य श्रीसन्मतिसागर जी आचार्यश्री कुंथुसागर जी आचार्य विद्यानन्द जी आचार्य विद्यासागर जी गणधराचार्य कुंथुसागर जी आचार्य वर्धमान सागर जी उपाध्याय ज्ञानसागर जी महाराज निष्कर्ष 19-20वीं शताब्दी में दिगम्बर-जैन-समाज की स्थिति का अवलोकन खण्ड-पंचम : विश्वभर में जैनधर्म का इतिवृत्त . एवं वर्तमान-स्थिति विदेशों में जैनधर्म एवं समाज तिब्बत और जैनधर्म 130 131 131 131 131 132 132 132 134 134 135 135 143 143 144 146 146 147 147 148 148 149 |169-185 169 _170 00 viii भगवान् महावीर की परम्परा एवं समसामयिक सन्दर्भ

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 212