Book Title: Anusandhan 2020 02 SrNo 79
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 59
________________ अनुसन्धान-७९ गाथाक्रमांक शब्द पांपलि चीति चीति(त) जुआरि कडब नीआण महिता झटकी नटइ वरांस्यउ करिजगुल दाठिक छयल शब्दकोश अर्थ आळपंपाळ चित्त-इच्छा प्रमाणे चित्तमां जुवार सूकी चार निदान-निश्चे महेता-मंत्री झडपथी निंदा करे भूल करे छे । छेतरायो कुरुजंगल देश 30 ३६ ३७ विगमि पडींगण ४८ पाथर नटसि सुणुह परीच्यु मांटी नीछेछी वेसास हथि सकल / बधा जलबिन्दु-झाकलबिन्दु नीकळी गइ सारवार के भावी (?) दीकरी पथ्थर निंदा करशे । हांसी करशे कूतरो । श्वान परख्युं, परिचय कर्यो मर्दानगी । पुरुषातन तरछोडीने (?) विश्वास हाथथी श्रीपाल प्रतिज्ञा वात / गोष्ठी ?) ६० ६० ६२ ६२ सीपु सपत (अथवा सीपु सपत

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