Book Title: Anusandhan 2020 02 SrNo 79
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 98
________________ जान्युआरी - २०२० ॥ गुरूगीतम् ॥ ॥ राग-केदारो ॥ श्रीबिजइदेवसूरी गुरु मेरा, दा(?) इंम मई पेखत मुखडा तेरा, तोही तोलइ नांही अवनी अनेरा, सुजस कहत सब सहगुरु केरा. १ श्रीबिजइ... साह थेरा-सुत सुगुण भलेरा, जिनइ कीने कुमती सब जेरा, पंच महाव्रत पालण धीरा, सायरथिं गुरु मेरा गंभीरा. २ श्रीबिजइ... अवल असुल अमुल ए हीरा, टारत भवदुख केरी पीरा, बोलत बानी मीठी जसी खीरा, कनकसौभाग्य कहत एही गुरु मेरा ३ श्री बिजइ... ॥ इति गुरुगीतम् ॥ -x

Loading...

Page Navigation
1 ... 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110