Book Title: Anusandhan 2020 02 SrNo 79
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 74
________________ जान्युआरी - २०२० ६७ चांपा चंदन चंग, रंगि रूअडा, सुगंध गंध मिहिकि घणा ए मोगरजाति जासुल, दमणु मचकुंद, जाइ-वेलिनी नही मणां ए. इखु-वाड रसाल, सरस सकोमल, मंडप नागवेलि तणा ए, सजल सरोवर सार, नदी नीर भरी, वावि कुंआ दीसइ घणा ए. तीहां थानकि थानकि ग्राम, धन धणि करी, सुखी लोक तिहां सहु वसि ए, तीहां सगाल सुभख्य, दीसइ परतख्य, पुन्य तणी तीहां नही मणा ए. एहवउ इडर देस, देसे जाणीइ, मनरंगि वखाणीइ ए, तीहां नगर सुभ नाम, इडर नामि ए, सुरपुरी सम जाणीइ ए. राज करि तीहां राय, मंत्री परवरु, ___ नारायण नामि नरपती ए न्यायवंत सुभ संत, कीरति तेहनी, देस वदेस थई छती ए. नही अनीति लवलेस, देस तेहनि, प्रजा प्रेमि पालतु ए, जाचिकजन बहु बंद, आगलि बोलता, ___ दांन देइ ते वालतु ए हय गय रथ नही पार, सेवक सुरा ए, सामी आण सरि धरि ए, नही परदल परवेस, वीकटा वैरी ए, तेहनां दल दुरि हरि ए.

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