Book Title: Anusandhan 2020 02 SrNo 79
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 71
________________ ६४ अनुसन्धान-७९ ११४. झाझा = घणा १४६. लाहण = लहाणी ११५. अखोड = अखरोट १४७. हवा = थया ११६. किरी = केरी १४८. भुइं = (त्रण) पीठिका ११७. सालनां = अथाणां, कचुंबर १४९. असुल = कांटा वगरनुं ११८. करपट = कांकडनु शाक (?) १५०. चउसाल = चारे बाजु, विशाळ १२०. कुंली = कुंणी (?) १५१. जवारा = लग्नादि मंगळ प्रसंगोमां १२१. छोल = छाल (?) . थतुं एक विधान १२२. डाडी = एक वनस्पतिनुं नाम १५२. पख्य पुरां = सासरु तथा पीयर ए १२३. प्रीसि = पीरसी बन्ने पक्षे सुखी १२४. अवारी = निरंतर १५३. वाइ = पवन १२५. रात्रीजगा = पर्वना दिवसे करातुं रात्री | १५४. वारू = सारी रीते जागरण १५५. खीरोदक = एक जातनुं धोळु रेशमी १२६. तंबोला = पान - वस्त्र १२७. रूपइआ = रूपीया १५६. वेलीआं = आंगळीमां पहेरवानुं एक १२८. नीसांण = नोबत अभूषण १२९. सि-सात = शत-सात, सातसो | १५७. माहंत = मोटा पुरुष १३०. माजनइ = महाजनमां, मोटा | १५८. सांझि = संध्या समये माणसोमां १५९. सांजी = गीतगाननो कार्यक्रम १३१. ओलि = पंक्ति १६०. अली[य] = वघन = खराब विघ्नो १३२. माइ = समाय १६१. अम्हो = अमे १३३. पोलि = पोळमां, महोल्लामां १६२. जुहारा = जुहार्या, वांद्या १३४. डुलति = दौलतथी १६३. पीआणुं = प्रयाण १३५. द्रवि = द्रव्यथी १६४. थुभ = स्तूप १३६. सगता = शक्तिवाळा १६५. वधामणीआ = वधामणी आपनारा १३७. सिहिज्य = सहेजे १६६. वहा = गया १३८. छपइ = छुपाय १६७. सवासउ = सवासो १३९. नांदि = नाण, त्रिगडु १६८. पायक = पायदळ १४०. संचि = युक्तिथी (?) १६९. मदनभेर = रणशिंगु १४१. वेढ = आंगळीमां पहेरवानी वींटी | १७०. गडगडां = गाज्यां (?) १४२. अतलस = कपडानी एक जात १७१. गराण = भारे पडवू १४३. लाहि = ल्हाणी करी १७२. एवडउ = आटलुं १४४. वइवारु = व्यवहार १७३. इसउ = आवु १४५. आथि = संपत्ति १७४. खसइ = चाली गइ

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